औरंगाबादः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आश्वासन के बाद मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने बृहस्पतिवार को भूख हड़ताल खत्म कर दी। वह मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर 17 दिन से भूख हड़ताल पर थे। मुख्यमंत्री शिंदे ने जरांगे से मुलाकात करके मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करने का आश्वासन किया, जिसके बाद उन्होंने भूख हड़ताल खत्म कर दी। शिंदे ने कहा, “मनोज जरांगे की लड़ाई किसी निजी मांग के लिए नहीं है, और यही वजह है कि इसे समुदाय का इतना अधिक समर्थन मिला। सरकार ने पहले आरक्षण प्रदान किया था, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने उसे रद्द कर दिया था।” इसके बाद जरांगे ने मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया एक गिलास जूस पीकर अनशन खत्म किया। वह 29 अगस्त से भूख हड़ताल पर थे।