नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों मथुरा में हैं। अपने मथुरा दौरे के दौरान भागवत वृंदावन के सुविख्यात संत प्रेमानंद जी महाराज का भी आशीर्वाद लेने पहुंचे। भागवत काफी समय तक प्रेमानंद महाराज जी के पास रूके, इस दौरान दोनों के बीच में देश हित को लेकर काफी बातें हुईं। मोहन भागवत ने प्रेमानंद जी महाराज से कहा कि बस आपके दर्शन करने थे, ऐपकी वीडियो देखी है तो लगा कि आपसे मिलना चाहिए।
जिसे संगठन करना है वो ही मिलने जाता है, वो ही सिर झुकता है… राष्ट्राये इदं.. #MohanBhagwat pic.twitter.com/Qo0I3pvsVE
— Bunch Of Thoughts (@BunchOfThought_) November 29, 2023
भागवत ने कहा कि आप लोगों को सुनते हैं फिर उनको समझाते हैं। हम भी देश हित में काम कर रहे हैं, हम भी लोगों से कहते हैं पर कई बार चिंता होती क्या सब आगे सही होगा। इस पर प्रेमानंद जी महाराज ने कहा, ”इसका उत्तर सीधा है कि क्या हम श्रीकृष्ण पर भरोसा करते हैं, क्या हममें भगवान श्रीकृष्ण के प्रति भरोसे में कमी है। अगर भरोसा दृढ़ है, तो वही होगा, जिसे कहा जाता है परम मंगलमय. परम मंगल होगा, कदम पीछे नहीं।
महाराज जी ने कहा कि तीन प्रकार की लीलाएं भगवान की हो रहीं हैं- एक सृजन, एक पालन, एक संहार… जिस समय जैसा आदेश होगा, हम उनके दास हैं, वैसा ही करेंगे, क्या होगा…वही होगा जो मंगल रचा होगा, जो श्रीकृष्ण ने रचा होगा। संशय नहीं करना अब। श्रीकृष्ण सब करेंगे। प्रेमानंद महाराज ने कहा, ”हमारा तिरंगा, हमारा राष्ट्र, हमारा भगवान है, आप तप के द्वारा, भजन के द्वारा लाखों की बुद्धि को शुद्ध कर सकते हैं। एक भजन लाखों का उद्धार कर सकता है. तुम भजन करो, इंद्रियों पर विजय प्राप्त करो और राष्ट्र सेवा करो, राष्ट्र की सेवा के लिए प्राण समर्पित करो। भगवान सदैव रक्षा करें और आगे बढ़ते रहें।