लखनऊ: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रवर्तन दल ने सितंबर माह में एक लाख से अधिक बार बसों की जांच की और बेटिकट यात्रियों से जुर्माने के तौर पर 29 लाख 60 हजार रूपयों की वसूली की।अधिकृत सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि यूपी रोडवेज बसों के पारदर्शी संचालन के लिए प्रतिमाह निगम के प्रवर्तन दलों द्वारा नियमित जांच की जा रही है। इसी क्रम में सितंबर में प्रवर्तन दलों द्वारा यूपीएसआरटीसी द्वारा संचालित बसों की कुल 109221 बार जांच की गयी। जांच दल द्वारा इस दौरान करीब 30 लाख रुपए (कुल 29 लाख 60 हजार 305 रुपए) का प्रशमन शुल्क वसूला गया।
प्रधान प्रबंधक प्रवर्तन अशोक कुमार ने बताया कि बसों में बिना टिकट यात्री, बिना बुक भार वहन, चालक/परिचालक की अल्कोहल टेस्ट इत्यादि की जांच होती है। सितंबर में जांच दलों (मुख्यालय नियंत्रित टाटा सूमो प्रवर्तन दल, इण्टर सेण्टर दल एवं क्षेत्रीय प्रवर्तन दल) द्वारा जांच के दौरान कुल 4577 यात्री बिना टिकट यात्र करते पकड़े गए, जबकि 113.40 टन बिना बुक भार पकड़ा गया। आठ हजार 538 चालकों/परिचालकों का मार्ग पर चेकिंग के दौरान ब्रेथ एनलाईजर मशीन द्वारा एल्कोहल जांच की गई।