जबलपुर: वरिष्ठ भाजपा नेता राकेश सिंह चार बार लोकसभा में जबलपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के नाम पर उनके पास अपनी उपलब्धियां दर्शाने के लिए लंबी फेहरिस्त है लेकिन विधानसभा चुनाव में वह ‘काम के बजाय राम का सहारा’ लेते ज्यादा दिख रहे हैं । जबलपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के गोरखपुर इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में लोकसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्हें भगवान राम के नाम पर वोट मांगने से कोई परहेज नहीं है।
हालांकि उनकी पार्टी भाजपा बार बार कहती रही है कि राम मंदिर निर्माण उसके लिए चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि आस्था का विषय है। सिंह ने छात्र राजनीति से अपने सियासी सफर की शुरुआत की और वह मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। चुनाव प्रचार के दौरान वह बतौर सांसद अब तक किए गए विभिन्न विकास कार्यों को जनता के समक्ष रख रहे हैं। लेकिन साथ ही वह चुनाव जीतने पर ‘समृद्ध जबलपुर’ बनाने और ग्वारीघाट तथा तिलवाराघाट को श्रीराम की नगरी अयोध्या स्थित सरयू नदी के तटों की तर्ज पर विकसित करने का वादा दोहराना भी नहीं भूलते।
वह अक्सर अपनी सभाओं और सम्मेलनों में ग्वारीघाट और तिलवाराघाट के बहाने अयोध्या, श्रीराम मंदिर और सरयू नदी का जिक्र करते चलते हैं। क्या वह भगवान राम के नाम पर वोट मांग रहे हैं, इस सवाल पर पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे चार बार के सांसद सिंह ने कहा,‘‘ भगवान राम तो मेरी रगों में बसे हैं लेकिन भगवान राम के अस्तित्व को ही नकारने वाले और सनातन धर्म को समाप्त करने की बात करने वालों के साथ खड़े होने वाली कांग्रेस के ‘दोहरे मापदंड’ को अब राज्य की जनता स्वीकार नहीं करेगी।’’
यह पूछे जाने पर कि जब आपने इतने सारे विकास कार्य किए हैं तो आपको चुनावी सभाओं में राम मंदिर और अयोध्या की दरकार क्यों पड़ रही है और वह भी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए, इसका कोई सीधा जवाब न देते हुए राकेश सिंह ने कहा, “क्यों नहीं करना चाहिए? कौन ऐसा है जिसके भीतर भगवान राम नहीं है?” उन्होंने कहा, “सनातन धर्म को मानने वाला ऐसा कौन होगा जिसके जीवन की अंतिम यात्रा भगवान राम के नाम के साथ समाप्त न होती हो। राम तो हमारे नसों में बसे हैं।”
सिंह ने कांग्रेस और उसके नेताओं को भगवान राम का ‘नकली भक्त’ करार दिया और आरोप लगाया कि वे सिर्फ चुनाव के मौसम में जनता को गुमराह करने के लिए खुद को राम भक्त बताते फिरते हैं। उन्होंने कहा, “यह वही लोग हैं जो आज सनातन धर्म पर सवाल खड़े करने और उसे समाप्त करने की बात करने वालों के साथ खड़े हैं…और यहां भगवा डालकर अगर यह कहते हैं कि हम सनातनी हैं तो यह दोहरे मापदंड अब राज्य की जनता स्वीकार नहीं करेगी।” जबलपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में राकेश सिंह का मुकाबला कांग्रेस के दो बार के विधायक और राज्य के पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत से हैं।
भनोत के पक्ष में प्रचार करने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नौ नवंबर को जबलपुर के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह जिले की पश्चिम और पूर्व विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्रा भी करेंगे। सिंह ने इससे संबंधी एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव प्रचार के लिए जबलपुर आने से उनकी राह और भी आसान हो जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा उम्मीदवारों की राह और भी आसान हो जाएगी।”
लोकसभा के मुकाबले विधानसभा चुनाव की चुनौतियों के बारे में सवाल किए जाने पर राकेश सिंह ने कहा, ‘‘चुनाव विधानसभा का हो या लोकसभा का, भाजपा हर चुनाव बेहद गंभीरता से लड़ती है और हम यहां भी वही कर रहे हैं। लेकिन जब जनता का आशीर्वाद मिल जाता है तो राहें आसान हो जाती हैं।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘विधानसभा चुनाव में जनता का आशीर्वाद इस बार भाजपा को मिल रहा है।” कांग्रेस के उम्मीदवार भनोत कितनी बड़ी चुनौती हैं, इस बारे में सिंह ने कहा, “जनता के आशीर्वाद के कारण सारी चुनौतियां समाप्त हो जाती हैं।’’
भाजपा सांसद ने अपने क्षेत्र में विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा जिस जबलपुर को लोग पहले ‘बड़ा गांव’ कहते थे उसे आज उन्होंने ‘महानगर’ की श्रेणी में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि बतौर सांसद उनके कई सारे काम ऐसे हैं जो मध्य प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में भी नहीं है। यह पूछे जाने पर की विधानसभा चुनाव के मुद्दे अलग होते हैं और लोकसभा के अलग, तो सिंह ने कहा कि जिन मुद्दों को उन्होंने गिनाया है वह स्थानीय ही हैं।
उन्होंने कहा, “आईटी पार्क पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में बनाया गया है, जिसका तीसरा चरण पूरा होने को है। इससे 10,000 युवाओं को रोजगार मिलेगा। मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर जबलपुर में बन रहा है। इसके बनने से न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या दूर होगी बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलेगा। देश का दूसरा सबसे बड़ा रिंग रोड इसी पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के पास से गुजरेगा। इससे जबलपुर का भविष्य में कायाकल्प होने वाला है। यह सभी स्थानीय मुद्दे हैं।”
भाजपा द्वारा शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किए जाने के मद्देनजर उनकी भावी संभावनाओं के बारे में किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सवाल बेमानी है। उन्होंने कहा, “मेरी जिम्मेदारी अपनी विधानसभा सीट के साथ ही जबलपुर की अधिक से अधिक सीटों पर भाजपा की जीत सुनिश्चित करना है। साथ ही महाकौशल सहित मध्य प्रदेश की बाकी सीटों पर भी भाजपा विजयी हो और प्रदेश में फिर से हमारी सरकार बने, इसमें मेरा जो भी योगदान हो सकता है, वह मैं योगदान दूं, यह मेरी जिम्मेदारी है।” मध्य प्रदेश विधानसभा की सभी 230 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी।