विज्ञापन

Narendra Modi आज तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे

प्रधानमंत्री पद के लिए नामित नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार रविवार को शपथ लेंगे और वह प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद यह उपलब्धि

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री पद के लिए नामित नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार रविवार को शपथ लेंगे और वह प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे राजनेता होंगे। मोदी की तीसरी मंत्रिपरिषद में गठबंधन के सहयोगी दलों के 20 से अधिक नए चेहरे नवीनता का तत्व लाएंगे, वहीं महत्वपूर्ण मंत्रलयों में पुराने अनुभवी चेहरे सरकार के संचालन की रफ्तार को सुचारु रूप से बढ़ा रहे होंगे। जानकार सूत्रों के अनुसार मोदी एवं उनकी मंत्रिपरिषद के 40 से अधिक सदस्य रविवार को शाम करीब सवा सात बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे। उनके साथ संसद में एनडीए के घटक दलों के 20 से अधिक सदस्य भी मंत्री, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं राज्य मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे।
रिपोटरें के अनुसार एनडीए के सबसे बड़े घटक तेलुगू देशम पार्टी को मंत्रिमंडल में 3 स्थान एवं जनता दल (यू) को 2 स्थान मिल सकते हैं। बाकी दलों को 1-1 स्थान दिए जाने की चर्चा है। ऐसी स्थिति में अनुभव एवं नवीनता दोनों का सामंजस्य मोदी के मंत्रिमंडल में दिखाई देने की संभावना है।
गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे, सड़क परिवहन, सूचना एवं प्रसारण, नागरिक उड्डयन जैसे मंत्रलय भारतीय जनता पार्टी के पुराने बड़े चेहरों के पास ही रहने की संभावना है, जबकि सूचना प्रौद्योगिकी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता, कृषि, ग्रामीण विकास, भारी उद्योग, उद्योग एवं वाणिज्य आदि में भाजपा एवं सहयोगी दलों के नए चेहरे दिखेंगे। यह भी संभव है कि बड़े मंत्रलयों में पुराने कैबिनेट मंत्रियों के साथ सहयोगी दलों के राज्य मंत्री भी दिखाई दें। महाराष्ट्र, जहां भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन का प्रदर्शन खराब रहा है, और बिहार, जहां विपक्ष ने वापसी के संकेत दिए हैं, सरकार गठन की कवायद के दौरान फोकस में हो सकते हैं। महाराष्ट्र में अक्तूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, जबकि बिहार में अगले साल चुनाव होंगे।
भाजपा के संगठन में होने वाले बदलाव भी पार्टी के मंत्रियों के नामों को अंतिम रूप देते समय चयनकर्ताओं के मन में होंगे। लोकसभा चुनावों के कारण नड्डा का कार्यकाल बढ़ा दिया गया था, और संगठनात्मक अनिवार्यताएं पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण विचारणीय विषय होगा, क्योंकि चुनाव परिणामों ने संकेत दिया है कि उसकी विशाल मशीनरी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सूत्रों ने कहा कि इससे पार्टी में किसी अनुभवी व्यक्ति को भेजे जाने और नड्डा को सरकार में स्थान दिए जाने की संभावना भी बनी हुई है। भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनावों में अपने आश्चर्यजनक रूप से खराब प्रदर्शन के बाद निरंतरता का संदेश देने और राजनीतिक कमजोरी की किसी भी धारणा को दूर करने के लिए प्रयासरत है।

Latest News