नई दिल्लीः राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 2022 में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से विस्फोटक और आईईडी सामग्री की बरामदगी से संबंधित मामले के कथित सरगना सहित दो भगोड़ों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान उर्फ यूसुफ आईएसआईएस से प्रेरित ‘एसयूएफए’ आतंकवादी संगठन के कथित सदस्य हैं। अधिकारियों ने बताया कि रतलाम के रहने वाले दोनों लोगों को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया।
एजेंसी ने एक बयान में बताया कि दोनों की गिरफ्तारी से एजेंसी को ‘स्लीपर मॉड्यूल’ के साथ संगठन के संबंधों का पता लगाने में मदद मिलेगी। इसके अनुसार गिरफ्तार किये गये लोग अपनी गिरफ्तारी से पहले आईएसआईएस की विचारधारा कथित तौर पर फैलाने में लगे हुए थे। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने पहले 2022 के मामले में वांछित आरोपियों के पास से विस्फोटक और आईईडी लगाने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले विभिन्न उपकरणों को जब्त किया था। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में इमरान और 10 अन्य आरोपियों के खिलाफ पिछले साल सितंबर में आरोप पत्र दाखिल किया था। एजेंसी ने आरोप लगाया है कि दोनों लोगों ने ‘‘राजस्थान और भारत में अन्य स्थानों पर आतंक फैलाने के लिए आईईडी लगाने के लिए सामग्री खरीदी थी।’’
एजेंसी ने बताया कि दोनों ने षडयंत्रकर्ता इमरान खान के कुक्कुट पालन फार्म में अपने सह-अभियुक्तों को इन उपकरणों को बनाने का प्रशिक्षण दिया था। उसने बताया कि एनआईए ने पिछले महीने कुक्कुट पालन फार्म को कुर्क किया था। एजेंसी ने बताया कि दोनों पिछले साल मुंबई भाग गये थे और पुणे बस गये थे जहां उन्होंने पिछले साल आईईडी के लिए कम से कम दो प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित की थी।