गहरी नींद में सोये थे, एक झटका लगा और मच गई चीखो-पुकार…यात्रियों ने बताई बक्सर ट्रेन हादसे की भयावह आपबीती

नेशनल डेस्क: बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर स्टेशन के पास बुधवार देर रात नॉर्थ ईस्ट ट्रेन (North East Express Derailed) दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई। ट्रेन की सभी बोगियां बेपटरी हो गईं जबकि दो बोगियां पूरी तरह से पलट गईं। हादसे में अधिकारिक तौर पर अभी तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई.

नेशनल डेस्क: बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर स्टेशन के पास बुधवार देर रात नॉर्थ ईस्ट ट्रेन (North East Express Derailed) दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई। ट्रेन की सभी बोगियां बेपटरी हो गईं जबकि दो बोगियां पूरी तरह से पलट गईं। हादसे में अधिकारिक तौर पर अभी तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिसमें एक मां और आठ साल की बच्ची शामिल है, जबकि दो अन्य युवकों की मौत हुई है। वहीं यात्रियों ने इस भयावह ट्रेन हादसे के भयावह मंजर की आपबीती बताई। यात्रियों ने बताया कि कई लोग गहरी नींद में थे और तभी एक झटका लगा और ट्रैक उखड़ गया।

दिल्ली से रवाना हुई थी ट्रेन

बताया जा रहा है कि 23 कोच वाली 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (North East Express) गुवाहाटी से लगभग छह किलोमीटर दूर कामाख्या जाने के लिए करीब 33 घंटे की यात्रा पर बुधवार सुबह 7:40 बजे दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से रवाना हुई थी। बिहार के बक्सर (Buxar) के रघुनाथपुर स्टेशन के पास बुधवार रात हादसा हो गया।

ज्यादातर लोग सो चुके थे

मृतकों के परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों ने हादसे को बेहद भयावह बताया। उन्होंने कहा कि AC बोगी के सभी यात्री लगभग सो चुके थे और कुछ सोने की तैयारी में थे, तभी अचानक ट्रेन झटका और सभी लोग अपने बर्थ से इधर-उधर जाकर गिरे। तकरीबन 10 से 15 मिनट तक ट्रेन में तेज झटके लगते रहे, जब तक किसी को कुछ समझ आता, तब तक ट्रेन की सारी 23 बोगियां बेपटरी हो चुकी थीं। दो बोगियां तो पूरी तरह से पलट गई थीं।

कोई फंसा टॉयलेट में तो कोई बर्थ के नीचे

यात्रियों ने बताया कि ट्रैक उखड़ गया था, कोई यात्री बर्थ के नीचे दबा था तो कोई खिड़की के नीचे तो कोई शौचालय में फंसा हुआ था। हादसा इतना जोरदार था कि आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। इतनी भयावह आवाज सुनकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और लोगों की मदद में जुट गए।

 

ट्रेन के गार्ड का बयान

नार्थ ईस्ट 12505 ट्रेन के गार्ड विजय कुमार ने बताया कि हम रात 9 बजकर कुछ मिनट हो रहा था, अपनी सीट पर बैठकर कागजी कार्रवाई कर रहे थे, तब एकाएक झटका लगा और हम अपनी सीट से जा गिरे, कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या हुआ है। ट्रेन की गति 100 किमी रही होगी, जब तक खड़े होते, तब तक ट्रेन दुर्घनाग्रस्त हो गई थी। हादसा कैसे हुआ, यह पूछने पर गार्ड ने कहा कि इसका जवाब सिर्फ ड्राइवर ही दे सकता है कि एक्सीडेंट कैसे हुआ।

 

मृतकों की पहचान

मृतकों की पहचान ऊषा भंडारी और उनकी आठ वर्षीय पुत्री अमृता कुमारी के रूप में हुई है, जो असम के तिनसुकिया जिले के सदियां गांव की रहने वाली थीं। ऊषा अपनी बेटी और पति के अलावा एक अन्य बच्ची के साथ दिल्ली से असम जा रही थीं। तीसरे मृतक की पहचान बिहार के किशनगंज जिले के सपतेया विष्णुपुर के रहने वाले 27 वर्षीय जैद के रूप में हुई है। ये दिल्ली से किशनगंज जा रहे थे। वहीं चौथे मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। मृतकों के अलावा 100 लोग जख्मी हुए हैं, इन सभी का इलाज बक्सर, भोजपुर और पटना एम्स में कराया जा रहा है।

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