Osamu Suzuki : पीएम नरेंद्र मोदी ने सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के पूर्व अध्यक्ष एवं सीईओ ओसामु सुजुकी के निधन पर दुख जताते हुए उन्हें वैश्विक ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की एक महान हस्ती बताया। सुजुकी का बुधवार दोपहर 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, कि वैश्विक ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की एक महान हस्ती ओसामु सुजुकी के निधन से बहुत दुख हुआ। उनके नेतृत्व में, सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन एक वैश्विक शक्ति बन गई, जिसने चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया, इनोवेशन और एक्सपेंशन को आगे बढ़ाया। उन्हें भारत से गहरा लगाव था और मारुति के साथ उनके सहयोग ने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में क्रांति ला दी।
पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में उनके साथ अपनी यादों को साझा करते हुए लिखा कि, ‘मैंने सुजुकी के साथ अपनी कई मुलाकातों की यादें संजोकर रखी हैं और उनके व्यावहारिक, विनम्र दृष्टिकोण की दिल से प्रशंसा करता हूं। उन्होंने कड़ी मेहनत, बारीकियों पर सावधानीपूर्वक ध्यान और गुणवत्ता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का उदाहरण पेश किया। उनके परिवार, सहकर्मयिों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति हार्दकि संवेदना।‘
I cherish fond memories of my numerous interactions with Mr. Suzuki and deeply admire his pragmatic and humble approach. He led by example, exemplifying hard work, meticulous attention to detail and an unwavering commitment to quality. Heartfelt condolences to his family,…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 27, 2024
बता दें, सुजुकी ने 40 से अधिक वर्षों तक सुजुकी मोटर कॉर्प का नेतृत्व किया और लोकप्रिय मारुति 800 कार की शुरुआत करके भारत के कार बाजार में क्रांति ला दी। भारत में उनका प्रवेश एक गेम-चेंजर साबित हुआ, तब तक बाजार में, 60 के दशक के मध्य की तकनीक वाली एंबेसडर और फिएट कारों का बोलबाला था। लेकिन मारुति 800 की लॉन्चिंग के बाद उसकी मांग तेजी से बढ़ी। ग्राहकों की प्रतीक्षा सूची तीन साल तक लंबी हो गई और सेकेंड-हैंड बाजार में कार प्रीमियम पर बिकी।
सुजुकी मोटर ने नई दिल्ली के बाहर भारत सरकार के साथ एक उद्यम स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की और 1982 में सरकारी स्वामित्व वाली कार निर्माता कंपनी मारुति उद्योग में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली। मारुति जो अब सुजुकी मोटर की एक यूनिट है, जल्दी ही भारत में सबसे बड़ी कार निर्माता बन गई और अभी भी बाजार में 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखती है।