चेन्नई : तमिलनाडु के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को भारी बारिश के कारण प्रशासन ने चेन्नई और कई अन्य जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया। राज्य के जलाशयों में जलस्तर तेजी से बढऩे के कारण लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने चेन्नई के उपनगरीय क्षेत्र में दो बांधों तथा तिरुवन्नामलाई जिले में एक बांध के द्वार खोल दिए। तिरुवन्नामलाई में सथानूर बांध से लगभग 13 हजार क्यूसेक पानी, चेंबरमबक्कम बांध से 3,500 क्यूसेक पानी और पूंडी जलाशय से एक हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इन बांधों में जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया था। सरकार ने कहा कि भारत मौसम विज्ञन विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी भारी बारिश की चेतावनी के बाद, आपातकालीन स्थिति में बचाव और राहत कार्य में जुटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की छह टीम को सतर्क कर दिया गया है। चेन्नई और पड़ोसी तिरुवल्लूर, चेंगलपेट तथा कांचीपुरम के अलावा विल्लुपुरम और कावेरी डेल्टा क्षेत्र के कुछ इलाकों में रातभर बारिश हुई।
शुक्रवार की सुबह मंदिर में भरणी दीपम प्रज्जवलित किया जाएगा
भारी बारिश के मद्देनजर प्राधिकारियों ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपेट, कांचीपुरम, विल्लुपुरम, रामनाथपुरम, तंजावुर, मयिलादुथुराई और कुड्डालोर जिलों में स्कूलों में एक दिन का अवकाश घोषित किया है। क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के अलावा राज्य के चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपेट और कांचीपुरम, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची, तिरुवरूर, तंजावुर जिलों में और अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। तिरुवन्नामलाई में श्री अरुणाचलेश्वर मंदिर के कर्मचारियों और स्वयंसेवकों ने भारी बारिश के बीच भगवान का नाम लेकर 6.5 फुट ऊंचे तांबे के बर्तन (कोपराई) को 2,668 फुट ऊंचे पहाड़ पर रखा, ताकि 13 दिसंबर की शाम को महादीपम जलाया जा सके। दीपम जलाए जाने के साथ ही प्रसिद्ध मंदिर में 10 दिवसीय वार्षिक कार्तगा दीपम उत्सव का समापन हो गया और शुक्रवार की सुबह मंदिर में भरणी दीपम प्रज्जवलित किया जाएगा। बुधवार को दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव वाले क्षेत्र के कारण दक्षिणी जिलों में भी भारी बारिश हुई। तिरुवरुर और नागपट्टिनम जिलों में कटाई के लिए तैयार धान की फसल जलमग्न हो गई। पुलिस ने बताया कि तिरुवरुर जिले के मन्नारगुडी के पास भारी बारिश के कारण बिजली के तीन खंभे गिर गए। चेन्नई में भारी बारिश में कम से कम तीन ‘सबवे’ डूब गए, जिसके कारण नगर निगम को उन्हें अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।