नई दिल्लीः मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने सोमवार को न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही शीर्ष न्यायालय में स्वीकृत कुल 34 न्यायाधीशों की संख्या पूरी हो गई। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने न्यायमूर्ति बिंदल और न्यायमूर्ति कुमार को शीर्ष अदालत परिसर में शपथ दिलाई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 10 फरवरी को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और गुजरात उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी थी।
केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय के न्याय विभाग ने उसी दिन दोनों न्यायाधीशों की नियुक्ति से संबंधित अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी की थीं।
मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली कॉलेजियम ने 31 जनवरी 2023 को न्यायमूर्ति बिंदल और न्यायमूर्ति कुमार को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की भी सिफारिश की थी। शीर्ष अदालत में इससे पहले गत 06 फरवरी को पांच न्यायाधीशों ने शपथ ली थी। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, न्यायमूर्ति संजय करोल, न्यायमूर्ति पी. वी. संजय कुमार, न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा को न्यायाधीश के पद की शपथ दिलाई थी।