हमीरपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को प्रैस बयान जारी करते हुए शिमला के संजौली में प्रदर्शनकारियों पर सरकार की बलपूर्वक कार्यवाई जिसमें कई हिंदूवादी कार्यकर्ताओं के चोटिल होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे कांग्रेस का तानाशाही रवैया बताया है। सांसद ने कहा कि तानाशाही कांग्रेस के डीएनए में है और आज संजौली में हुआ वो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर लाठीचार्ज, वाटर कैनन का प्रयोग, हिंदूवादी कार्यकर्ताओं को जेल भेजना कांग्रेस की तानाशाही रवैये को दिखाता है। आज देश भर में हिमाचल की छवि धूमिल हुई है। स्वस्थ लोकतंत्र में आख़िर जनता को विरोध करने से क्यों रोका जा रहा है। हिंदूवादी संगठनों ने आख़िर ऐसा क्या गुनाह कर दिया कि बल प्रयोग करने जरूरत पड़ रही है।
अनुराग ने कहा कि क्या कांग्रेस राज में अब हिंदू समाज अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन भी नहीं कर सकता? आज एक बार फिर कांग्रेस की सनातन विरोधी मानसिकता जगज़ाहिर हुई है। हिंदूवादी कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस सरकार की इस बर्बर पुलिसिया कार्रवाई की जितनी निंदा की जाए कम है। ठाकुर ने कहा कि संजौली प्रकरण में बनी नई परिस्थितियों की गहराई में जाने की आवश्यकता है और इसके क्या कारण रहे इसका भी फैक्ट चैक होना बहुत जरूरी है। सांसद ने कहा कि डेमोग्राफ़ी को लेकर स्थानीय लोगों में जो भारी रोष है, उनकी चिंताओं को गंभीरता से सुना जाना चाहिए। हिमाचल एक शांत प्रदेश है और ऐसे में इस तरह के टकराव की स्थिति किसी के लिए भी सहज नहीं है। पूर्व में भी इस तरह की छिटपुट घटनाओं के कारण टकराव की स्थिति बनी थी और मेरी कांग्रेस सरकार से मांग है कि अभी संजौली के मामले का पूरी संवेदनशीलता के साथ निदान अत्यंत आवश्यक है।