नई दिल्ली/लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखने वाले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता कामेश्वर चौपाल का बीमारी के बाद निधन हो गया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मीडिया सैंटर की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, उन्होंने दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली।
चौपाल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें भगवान राम का अनन्य भक्त बताया। मोदी ने एक्स पर लिखा, भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया।
प्रधानमंत्री ने लिखा, दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वर जी समाज के वंचित समुदायों के कल्याण के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति! मंदिर ट्रस्ट ने कहा कि पटना के रहने वाले चौपाल लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे। ट्रस्ट के अनुसार, उन्होंने 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम शिलान्यास समारोह में पहली ईंट रखी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन्हें ‘प्रथम कारसेवक’ की उपाधि से सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चौपाल के निधन पर दुख व्यक्त किया।