नई दिल्ली। आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के बाद आप नेता मनीष सिसोदिया पर तंज कसते हुए भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री “गलत हैं, जिन्होंने बच्चों को ‘पाठशाला से मधुशाला’ में धकेला।” भाजपा सांसद ने कहा कि सिसोदिया को मुकदमे में देरी के लिए जमानत दी गई है और वह अभी भी आरोपी हैं। उन्होंने कहा, “इस साल ही उनकी जमानत याचिका सात बार खारिज की गई है। आज उनके वकीलों ने गुण-दोष के आधार पर दलील नहीं दी, उनकी दलीलें देरी पर आधारित थीं। मनीष सिसोदिया 17-18 महीने जेल में रहे और इसी आधार पर – मुकदमे में देरी के कारण, उन्हें जमानत दी गई।” भाजपा सांसद ने कहा, “वह अभी भी आरोपी हैं और दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात करने के लिए उनकी जवाबदेही कानून की अदालत में है।
इसी बीच, आप नेता प्रियंका कक्कड़ ने मनीष सिसोदिया की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि अब उन्हें (मनीष सिसोदिया) भारत की शिक्षा व्यवस्था को बदलने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने दावा किया, “हमारा हर कार्यकर्ता सुप्रीम कोर्ट का बहुत आभारी है लेकिन मनीष सिसोदिया को 17 महीने तक बिना सबूत, बिना सुनवाई के जेल में रखा गया, यह न्याय का मजाक है, सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे नोट किया है। हम शुरू से कह रहे हैं कि एक भी पैसा बरामद नहीं हुआ। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने स्वीकार किया है कि एक भी पैसा बरामद नहीं हुआ है…अब उन्हें (मनीष सिसोदिया) भारत की शिक्षा व्यवस्था को बदलने से कोई नहीं रोक सकता।”