चेन्नई: तमिलनाडु में सेंथिलबालाजी सहित चार नये कैबिनेट मंत्रियों ने रविवार को ली मंत्री शपथ परिवहन विभाग में कर्मचारियों की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं से संबंधित धनशोधन के एक मामले में जेल में बंद सेंथिलबालाजी को उच्चतम न्यायालय से कुछ ही दिन पहले जमानत मिलने के बाद रिहा किया गया है।
राज्यपाल आर एन रवि ने राजभवन में अपराह्न करीब 1530 बजे आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। राज्यपाल ने राष्ट्रगान और तमिल थाई वाजथु (तमिल माता की प्रार्थना) के गायन के बाद सलेम उत्तर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले आर राजेंद्रन को सबसे पहले पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। उनके बाद सेंथिलबालाजी (अर्क्वाकुरिची से निर्वाचित), जो सात महीने के अंतराल के बाद कैबिनेट में वापस आये हैं, थिरुविदाईमारुथुर से निर्वाचित गोवी. चेझियान तथा अवाडी से विधायक एस.एम. नासर ने शपथ ली।
नासर भी कैबिनेट में वापस आये हैं, जिन्हें पहले हुए फेरबदल में हटा दिया गया था। शपथ ग्रहण समारोह करीब 10 से 15 मिनट तक चला। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, उनके बेटे एवं उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन, मंत्री तथा द्रविड़ मुनेत्र कषगम् (द्रमुक) के गठबंधन दलों के नेता इस अवसर पर मौजूद थे।
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद राज्यपाल ने नये मंत्रियों के विभागों की घोषणा की। सेंथिलबालाजी को बिजली, निषेध एवं आबकारी विभाग आवंटित किये गये, जो पिछले वर्ष 14 जून को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा धनशोधन मामले में गिरफ्तार किये जाने तक उनके पास थे। उसके बाद लगभग आठ महीने तक बिना किसी विभाग के कैबिनेट में काम करने के बाद इस वर्ष फरवरी में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
सेंथिलबालाजी जमानत पर रिहा होने के तीन दिन बाद कैबिनेट में वापस आ गये हैं। यह विभाग मंत्री एस मुथुसामी के पास था, जो सेंथिलबालाजी के इस्तीफे के बाद उन्हें आवंटित किया गया था। अब इसे सेंथिलबालाजी को फिर से आवंटित किया गया है। डॉ. चेझियान को उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया, राजेंद्रन को पर्यटन मंत्रालय आवंटित किया गया और नासर को अल्पसंख्यक कल्याण एवं अनिवासी तमिल कल्याण मंत्री बनाया गया है।
कार्यक्रम के बाद नये उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने द्रमुक संस्थापक एवं दिवंगत मुख्यमंत्री सी एन अन्नादुरई और द्रमुक के संरक्षक एम करुणानिधि के स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री द्वारा किये गये मंत्रिमंडल के बहुप्रतीक्षित फेरबदल में तीन मौजूदा मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया। राज्य में कल देर रात कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया गया तथा उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाया गया। द्रमुक के 2021 के विधानसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ 10 साल के अंतराल के बाद सत्ता में वापसी करने और स्टालिन के पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद यह तमिलनाडु मंत्रिमंडल का पांचवां फेरबदल है।