भोपाल : Madhya Pradesh विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को प्रश्न काल खत्म होने के बाद खाद पर जमकर तकरार हुई और आखिरकार कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्य का शीतकालीन विधानसभा सत्र सोमवार को शुरू हुआ, जो 20 दिसंबर तक चलने वाला है। सत्र के पहले दिन पूर्व विधायकों के निधन पर शोक जताया गया और दो नवनिर्वाचित विधायकों कमलेश शाह और रमाकांत भार्गव को शपथ दिलाई गई। अभी हाल में हुए उप चुनाव में अमरवाड़ा से कमलेश शाह और बुधनी से रमाकांत भार्गव निर्वाचित हुए हैं। जबकि, विजयपुर से निर्वाचित विधायक मुकेश मल्होत्रा सदन में नहीं पहुंचे। प्रश्न काल के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने खाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य में किसान खाद के लिए परेशान हैं और कई स्थानों पर नकली खाद की बिक्री की जा रही है। इन गड़बड़ियों को सरकार को रोकना चाहिए। मगर, ऐसा हो नहीं पा रहा है। नेता प्रतिपक्ष इस मामले पर चर्चा करना चाहते थे। कांग्रेस ने खाद के मुद्दे को लेकर विधानसभा से वॉक आउट कर दिया। बाद में विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
अशासकीय शिक्षण संस्थाओं के संचालन में अनियमितता का मुद्दा उठाया
कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना का कहना है कि राज्य में खाद की कहीं भी दिक्कत नहीं है। कांग्रेस के नेता चाहे खाद की बोरी या बिस्तर लेकर आएं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। राज्य सरकार खाद के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है। लेकिन, कांग्रेस राजनीति कर रही है। कांग्रेस के नेता खाद की बोरियां लेकर विधानसभा परिसर तक पहुंचे थे। पूर्व मंत्री सचिन यादव ने खाद समस्या को लेकर सरकार को घेरा। विधानसभा में उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के एक सवाल का गलत जवाब देने का मामला कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने उठाया। इस मामले पर कांग्रेस विधायक ने उच्च शिक्षा मंत्री को घेरने की कोशिश की। पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सागर जिले के मालथोन में अशासकीय शिक्षण संस्थाओं के संचालन में अनियमितता का मुद्दा उठाया।