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Manmohan Singh के समाधि स्थल को लेकर बात मान ले सरकार तो अच्छा : Punjab Congress President

नई दिल्ली : गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद गुरजिंदर सिंह रंधावा और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर पूर्व प्रधानमंत्री को सम्मान नहीं दिए जाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस सांसद गुरजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, ‘Manmohan Singh को पंजाब और विशेष रूप से सिख समुदाय कभी नहीं भूल.

नई दिल्ली : गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद गुरजिंदर सिंह रंधावा और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर पूर्व प्रधानमंत्री को सम्मान नहीं दिए जाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस सांसद गुरजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, ‘Manmohan Singh को पंजाब और विशेष रूप से सिख समुदाय कभी नहीं भूल सकता, क्योंकि उन्होंने देश के लिए ऐसा काम किया जो कोई और नहीं कर सकता था। जब भारत में आर्थिक संकट आया, तब उन्होंने उसे बेहद समझदारी से संभाला और देश को आगे बढ़ाया। जो काम उन्होंने किया, वह गुरु के बताए रास्ते के अनुरूप था, लेकिन दुर्भाग्य से भाजपा ने उनकी इस महानता का उचित सम्मान नहीं किया। उन्होंने हमेशा संस्कार और मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दी।’

वह बहुत ही महान शख्सियत थे, आने वाली पीढ़ियां उनसे प्रेरणा लेंगी : अमरिंदर सिंह राजा वडिंग
कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा, ‘वह बहुत ही महान शख्सियत थे। आने वाली पीढ़ियां उनसे प्रेरणा लेंगी। देश की सत्ताधारी पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लोगों की भावनाओं की, सिख समुदाय की और कांग्रेस पार्टी की बात मान लेते तो बहुत अच्छा होता। वह देश के पहले सिख प्रधानमंत्री थे। उनकी चर्चा दुनिया में होती है इसलिए हमने सरकार से हाथ जोड़कर गुजारिश की थी कि उनके अंतिम सरकार के लिए अच्छी जगह दी जाए।’ बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि सरकार ने उस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसी जगह करने की मांग की गई थी, जहां उनके सम्मान में एक स्मारक बनाया जा सके। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि ‘सुबह कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर प्रस्ताव दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार एक ऐसी जगह किया जाए, जहां उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए एक स्मारक बनवाया जा सके। देश के लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि भारत सरकार उनके वैश्विक कद, असाधारण उपलब्धियों और दशकों तक राष्ट्र की सेवा के अनुरूप उनके अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए स्थान क्यों नहीं खोज पा रही है। यह कुछ और नहीं, बल्कि भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जानबूझकर अपमान है।’

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