पंजाब डेस्क :केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, दूसरे दलों से कलटी मार कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए कई पूर्व विधायकों एवं अन्य नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है। भाजपा ने यह कदम केंद्र सरकार के माध्यम से उनकी जमीनी स्तर पर निष्क्रियता को देखते हुए उठाया है।
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि हाईकमान ने पार्टी के स्तर पर दूसरे दलों से भाजपा में शामिल हुए नेताओं की गुप्त रिपोर्टें मंगवाई थी कि यह केंद्र की भारी सुरक्षा व्यवस्ता का तामझाम लेने के बाद लोगों के बीच जाकर पार्टी को मजबूत करने के लिए कोई काम भी कर रहे हैं या नहीं। कहीं ऐसा तो नहीं कि यह सिर्फ केंद्र की सुरक्षा लेकर मौजमस्ती कर रहे हैं और सिर्फ अपना रुआब दिखा रहे हैं।
गुप्त रिपोर्ट हासिल होने के बाद पार्टी हाईकमान से केंद्र सरकार को ऐसे निष्क्रिय नेताओं की सुरक्षा को वापस लेने के लिए आग्रह किया गया था। केंद्र सरकार ने तुरंत प्रभाव से पंजाब के दस नेताओं जिनमें से कमलदीप सिंह सैणी, जगदीप जग्गा राजपुरा, सुखविंदर सिंह बिंद्रा लुधियाना, हरचंद बिट्टू कौर पूर्व विधायक महलकलां, तेजिंदर सिंह बिट्टू जालंधर के नाम शामिल हैं की केंद्रीय सुरक्षा वापस ले ली है।