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फर्जी इमिग्रेशन कंपनियां खोल कर विदेश भेजने के नाम पर ठगने वाला गिरफ्तार, 102 पासपोर्ट बरामद

चंडीगढ़: शहर में अलग-अलग सैक्टरों में फर्जी इमिग्रेशन कंपनियां खोल कर भोले-भाले लोगों को विदेश भेजने के नाम पर करोड़ों रुपए ऐंठने वाले आरोपी को सैक्टर-3 थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान मोहाली के निज्जर रोड, गांव छज्जू माजरा निवासी निवासी 31 साल के जय करण जोशी के रूप.

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चंडीगढ़: शहर में अलग-अलग सैक्टरों में फर्जी इमिग्रेशन कंपनियां खोल कर भोले-भाले लोगों को विदेश भेजने के नाम पर करोड़ों रुपए ऐंठने वाले आरोपी को सैक्टर-3 थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान मोहाली के निज्जर रोड, गांव छज्जू माजरा निवासी निवासी 31 साल के जय करण जोशी के रूप में हुई है। आरोपी जिनसे फर्जी मैडिकल सर्टीफिकेट बनवाया करता था, पुलिस ने उन दोनों को भी गिरफ्तार किया है। जिनकी पहचान राजस्थान के सीकर निवासी अर्शद खान (24) व महिपाल सिंह (27) के रूप में हुई है। इमिग्रेशन फ्रॉड करने वाले जय करण जोशी से पुलिस ने 102 पासपोर्ट, कुछ मोबाइल फोन व लैपटॉप बरामद किए हैं। आरोपी के कुछ साथी अभी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

सैक्टर-3 थाना पुलिस को आशीष शर्मा ने शिकायत दी थी कि उसने व 7 और लोगों ने सैक्टर-9 स्थित गोल्डन ओवरसीज इमिग्रेशन कंपनी चलाने वाले जय करण जोशी ने वीजा लगवाने के नाम पर 80 लाख रुपए लिए थे, लेकिन किसी का भी वीजा नहीं लगवाया और न ही किसी के रुपए वापस किए। पुलिस जांच में सामने आया था कि आरोपी विज्ञापन व सोशल मीडिया के जरिए भोले-भाले लोगों को वीजा लगवाने के नाम पर ठगता था। जिसके चलते पुलिस ने 16 जुलाई-2024 को आरोपी जय करण जोशी के खिलाफ केस दर्ज किया। वहीं एसएसपी यूटी कंवरदीप कौर व एसपी सिटी मृदुल ने डीएसपी सैंट्रल गुरमुख सिंह की सुपरविजन में एसएचओ-3 नरिन्द्र पटियाल ने एक टीम बनाई। पुलिस टीम ने सबसे पहले आरोपी जय करण जोशी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी जय करण जोशी को कोर्ट में पेश किया। जहां अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि बाकी दोनों का पुलिस ने 2-2 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है।

 

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