भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड ने मनाई ब्यास बांध की 50वीं वर्षगांठ

भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने ब्यास बांध की 50वीं वर्षगांठ पर तलवाड़ा में भव्य समारोह आयोजित किया।

तलवाड़ा: भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने ब्यास बांध की 50वीं वर्षगांठ पर तलवाड़ा में भव्य समारोह आयोजित किया। इस समारोह में अध्यक्ष, बीबीएमबी श्री मनोज त्रिपाठी मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम के दौरान बीबीएमबी ने अपने कर्मचारियों को वर्ष 2023 के दौरान उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मेरीटोरियस पुरस्कार भी प्रदान किए। कार्यक्रम में बीबीएमबी के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों तथा उनके परिवार जनों ने भाग लिया। समारोह का मुख्य आकर्षण बीबीएमबी डीएवी पब्लिक स्कूल, तलवाड़ा के बच्चों द्वारा प्रस्तुत जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम था।

जिसमें बच्‍चों ने अपने मनमोहक प्रदर्शन के माध्यम से उत्तर भारत के विकास में बीबीएमबी और ब्यास बांध की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाया। कार्यक्रम में हरित, श्वेत और नील क्रांति में बांध के योगदान को रेखांकित किया गया, जिसने पूरे उत्तर भारत में कृषि उत्पादकता, दुग्‍ध उत्पादन और जल प्रबंधन को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाया है। अपने संबोधन में अध्यक्ष बीबीएमबी ने बीबीएमबी कर्मचारियों की लग्‍न, कड़ी मेहनत और अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने भाखड़ा नंगल और ब्यास परियोजनाओं के महत्व पर जोर देते हुए उन्हें राष्ट्रीय महत्‍ता की परियोजनाएं बताया।

त्रिपाठी ने इन परियोजनाओं की दीर्घकालिक स्थिरता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए अपनाई जा रही परिचालन उत्कृष्टता और सावधानीपूर्वक रख-रखाव प्रथाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बीबीएमबी के जल प्रबंधन प्रयासों के सतत प्रभाव पर भी प्रकाश डाला। बीबीएमबी अपने भागीदार राज्यों को सालाना लगभग 34 बिलियन क्यूबिक मिटर (बीसीएम) पानी उपलब्ध कराता है। यह पानी भारत के कुल कृषि योग्य क्षेत्र के 8% से अधिक की सिंचाई में सहायक है और देश के कृषि उत्पादन और खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने देश की बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करने के लिए बीबीएमबी द्वारा विकसित की जा रही विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा और पंप स्टोरेज परियोजनाओं पर भी रोशनी डाली।

त्रिपाठी का भाषण गर्व से भरा था जो भारत के कृषि और विद्युत परिदृश्य का समर्थन करने के लिए बीबीएमबी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता था। यह समारोह बीबीएमबी की स्थायी विरासत और भारत में कृषि और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका का प्रमाण था। उपस्थित लोगों ने इस कार्यक्रम से देश की प्रगति में ब्यास बांध और बीबीएमबी के महत्वपूर्ण योगदान के लिए गर्व और प्रशंसा की नई भावना के साथ विदाई ली। बीबीएमबी कुशल जल संसाधन प्रबंधन और सतत विकास के अपने मिशन के लिए समर्पित है और उत्तर भारत में कृषि क्षेत्र और समुदायों को सशक्‍त बनाने के लिए अपना सहयोग देता रहेगा।

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