Amritpal supporters: ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थकों की रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई चैट के मामले में सोमवार को यहां के साइबर थाना में मामला दर्ज करके चैट में शामिल 2 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। फरीदकोट रेंज के डीआईजी अश्वनी कपूर ने पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान बताया कि चैट में शामिल 30 के करीब अज्ञात लोगों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। उन्होंने बताया कि 4 व्यक्तियों को नामजद करके 2 व्यक्तियों, जिनमें से एक को मोगा तथा एक को खन्ना से हिरासत में लिया गया है। खन्ना से हिरासत में लिए गए आरोपी की पहचान बलकार सिंह पुत्र मुखत्यार सिंह निवासी न्यू माडल टाऊन अमलोह रोड खन्ना के तौर पर हुई।
बलकार सिंह के परिवार से जब बात की गई तो उसकी मां कुलदीप कौर तथा पत्नी जसलीन कौर ने कहा कि आज सुबह पुलिस घर आई। बिना कोई कारण बताए बलकार सिंह को साथ ले गई। इसके बाद मीडिया में खबर आई तो पता चला कि पूरा मामला क्या है। मां ने कहा कि बलकार सिंह कई सालों से मांस की रेहड़ी लगाकर परिवार पाल रहा है। पत्नी और 2 छोटे बच्चे हैं। सुबह जाता था, रात को मेहनत करके आता था। कभी किसी से कोई झगड़ा नहीं किया। अमृतपाल का नाम तक कभी किसी ने नहीं लिया है तो समर्थन क्या करेंगे। उन्हें लगता है कि बलकार सिंह को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए।
पत्नी जसलीन कौर ने कहा कि पति अनपढ़ हैं। चैटिंग करना भी नहीं जानते हैं। उनका मोबाइल 3 दिन पहले जीटीबी मार्कीट में गिर गया था। वहां किसी ने शरारत की है। इसकी रिपोर्ट भी पुलिस के पास दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं सुना और उसके पति को साथ ले गए। उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए। अमृतपाल की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत हिरासत अवधि बढ़ाए जाने के कारण उनके समर्थकों में सरकार के खिलाफ काफी रोष है। चैट में अमृतपाल के समर्थक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्ट व पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की हत्या की साजिश रचते सामने आए थे।