Dallewal Medical Treatment : किसानों ने पहले कहा था कि डल्लेवाल की हालत “गंभीर” है। उन्होंने कहा कि डल्लेवाल का वजन करीब 20 किलो कम हो गया है और उन्होंने अपने उपवास के दौरान किसी भी तरह की चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो 26 नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं, ने रविवार को चिकित्सा सहायता लेने पर सहमति जताई। बता दें डल्लेवाल को ड्रिप लगा दी गई है। लेकिन डल्लेवाल ने अभी तक मरण व्रत खत्म नहीं किया है।आमरण अनशन 55वें दिन में प्रवेश कर गया है। एक किसान आगू ने बताया की उन्होंने स्पष्ट किया कि वे तब तक अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त नहीं करेंगे, जब तक कि किसानों को फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी नहीं दी जाती।
किसान नेता सुखजीत सिंह हरदोझंडे ने चिकित्सा सहायता की अनुमति देने के निर्णय की पुष्टि करते हुए बताया कि डल्लेवाल की तबीयत खराब हो गई है, उपवास के दौरान नेता का वजन करीब 20 किलोग्राम कम हो गया है। जबकि दल्लेवाल की हालत “गंभीर” बताई गई थी, उन्होंने पहले अपने विरोध की गंभीरता को उजागर करने के लिए चिकित्सा उपचार लेने से इनकार कर दिया था।
यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब केंद्र सरकार ने 14 फरवरी को चंडीगढ़ में पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों के साथ उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए बैठक करने पर सहमति जताई है। यह बैठक आंदोलनकारियों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने को लेकर गतिरोध को खत्म करेगी, जो फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं।
इससे पहले शनिवार को संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के नेतृत्व में केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डल्लेवाल से मुलाकात की और पिछले 11 महीनों से आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। शनिवार को खनौरी सीमा पर आमरण अनशन में 10 और किसान शामिल हुए, जिससे अनशन करने वाले किसानों की कुल संख्या 121 हो गई।