Gurjit Aujla got angry on the arrest of farmers : पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने बुधवार को किसानों द्वारा लगाए गए धरने को समाप्त करा दिया और टेंटों को तोड़ दिया। कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने इस दौरान धरने पर बैठे किसानों की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की।
गुरजीत सिंह औजला ने एक वीडियो संदेश जारी कर किसानों की गिरफ्तारी पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह वही किसान हैं, जिनसे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुनाव प्रचार के दौरान यह वादा किया था कि उनकी सरकार आने पर किसानों की सभी मांगें पूरी की जाएंगी। तीन साल हो गए हैं आपकी सरकार को, लेकिन तीन सालों में आपने किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग तक पूरी नहीं की। आज वही किसान जिनके हक में मुख्यमंत्री ने भाषण दिए थे, उन्हीं किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को किसानों के पक्ष में केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ना चाहिए था और उनके हक के लिए संघर्ष करना चाहिए था। लेकिन इसके बजाय, उन्होंने उल्टा अपने ही किसानों को पकड़ने का कदम उठाया है, जो किसानों के साथ नाइंसाफी और अन्याय के बराबर है। औजला ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा किसानों के अधिकारों के लिए खड़ी रहेगी और इस नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी। पंजाब के किसानों के साथ हो रही यह दमनात्मक कार्रवाई गलत है, और इसकी हम कड़ी निंदा करते हैं।
वहीं, दूसरी तरफ पंजाब पुलिस की ओर से डीआईजी हरमिंदर सिंह गिल ने कहा कि अब तक 40 से 50 किसानों ने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने आगे बताया कि यदि कोई किसान गिरफ्तारी के लिए कहेगा तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा, जबकि अगर कोई छोड़ने की मांग करेगा तो उसे छोड़ दिया जाएगा। ऐसा नहीं है कि हमने उन्हें बंधक बना लिया है। पुलिस की कार्रवाई में गैरकानूनी तरीके से बनाए गए सभी निर्माणों को तोड़ा जा रहा है। अगले कुछ घंटे में शंभू बॉर्डर को पूरी तरह से खाली करवा लिया जाएगा।