चंडीगढ़: शिरोमणी अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ के सलाहकार दरबारा सिंह गुरु ने 1986 के नकोदर पुलिस मामले के साथ किसी भी तरह के संबंध से इंकार करते हुए कहा है कि कुछ ताकतें अकाली दल को बदनाम करने पर तुली हुई हैं। आज यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए दरबारा सिंह गुरु ने कहा है कि 1986 में पुलिस फायरिंग मामले के दौरान वह जालंधर में एडीसी थे और मामले में फायरिंग का आदेश देने में उनकी कोई भूमिका नही थी। उन्होने कहा कि घटना के बाद मृतक का पोस्टमार्टम किया गया था।
अकाली नेता ने कहा कि यह मुददा अब 38 साल के बाद उठाया जा रहा है और उन्हे और अकाली दल को बदनाम करने के लिए यह मामला उठाया जा रहा है क्योंकि उन्हे अकाली दल का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दरबारा सिंह गुरु ने कहा कि अगर वह कोई भी चुनाव लड़ते हैं यां किसी प्रमुख पद पर नियुक्त होते हैं तो उन्हे बदनाम करने के मकसद से यह मामला सामने लाया जाता है। उन्होने कहा कि कुछ गलत ताकतें अपने निजी स्वार्थों के लिए अकाली दल को बदनाम करने पर तुली हुई हैं। अकाली नेता ने कहा कि इस मामले में गहरी साजिश रची गई है जिसका खुलासा समय आने पर हो जाएगा। उन्होने कहा कि इस मुददे पर कहने के लिए कुछ नही है ,क्योंकि यह गहरी राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।