नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के सांसद गुरमीत सिंह मीत ने गुरुवार को कहा कि पंजाब सरकार किसानों के साथ है। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि ‘आप’ हमेशा किसानों के साथ रही है और आगे भी रहेगी, लेकिन बॉर्डर बंद करने से राज्य को आर्थिक नुकसान हो रहा है।
गुरमीत सिंह मीत ने सुझाव दिया कि किसानों को अपने जायज मुद्दों के लिए दिल्ली में प्रदर्शन करना चाहिए, ताकि पंजाब की जनता और अर्थव्यवस्था पर असर न पड़े। उन्होंने कहा, ‘‘किसानों के सारे मुद्दे केंद्र सरकार से जुड़े हैं। बॉर्डर बंद करने से पंजाब का राजस्व, उद्योग और आम लोग प्रभावित हो रहे हैं।’’ उनका कहना है कि पिछले 20-25 साल में पंजाब में उद्योग नहीं आए, बल्कि जो थे, वे भी जा रहे हैं। रोजगार के लिए उद्योग जरूरी हैं, और इसके लिए बॉर्डर खुला रखना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि बॉर्डर बंद होने से हर महीने सैकड़ों करोड़ का नुकसान हो रहा है, जिसका असर व्यापारियों और जनता पर पड़ रहा है। किसानों पर बुलडोजर चलाने के सवाल पर मीत ने सफाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘कोई बुलडोजर नहीं चला। सब कुछ शांति से हुआ। हमने किसानों से पहले भी विनती की थी और आगे भी करेंगे कि वे प्रदर्शन करें, लेकिन बॉर्डर बंद न करें।’’
उनका कहना है कि किसानों की मांगें जायज हैं, लेकिन इसका हल दिल्ली में ढूंढना चाहिए, न कि पंजाब को नुकसान पहुंचाकर। मीत ने कहा, ‘‘मैं खुद किसान परिवार से हूं। हमारे मुख्यमंत्री और कई नेता भी किसानों से जुड़े हैं। हम उनकी समस्याएं समझते हैं।’’
आप सांसद ने बताया कि बॉर्डर खोलने की मांग जनता की है। राज्य का खजाना जनता का पैसा है। अगर विकास करना है, युवाओं को रोजगार देना है, तो नुकसान नहीं होना चाहिए। उन्होंने नशे के खिलाफ सरकार की कार्रवाई का भी जिक्र किया और कहा कि दो हजार से ज्यादा कदम उठाए गए हैं।
पूर्व क्रिकेटर और आप के राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह के बयान पर मीत ने कहा कि अगर कोई नशे के पैसे से अवैध निर्माण कर रहा है, तो उस पर बुलडोजर चलना चाहिए। यह पंजाब के लोग भी चाहते हैं, इसमें विपक्ष को भी समर्थन देना चाहिए। मीत ने दोहराया कि ‘आप’ किसानों के साथ है, लेकिन बॉर्डर बंद करने की इजाजत नहीं दे सकती। उनका कहना था कि पहले के प्रदर्शनों में पंजाब ने पूरा साथ दिया था, लेकिन अब लोग परेशान हैं।