पठानकोट: एनएचएम कर्मचारी यूनियन पंजाब द्वारा अपनी जायज मांगों को लेकर आज से 3 दिवसीय हड़ताल की शुरूआत की गई। यूनियन की ओर से सारा दिन पेन डाऊन हड़ताल की गई। इस संबंध में बोलते हुए जिला अध्यक्ष एवं राज्य नेता दीपिका शर्मा ने कहा कि सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने 31/01/2025 को एक पत्र जारी कर 2 महीने के भीतर वेतन बढ़ाने और अर्जित अवकाश प्रदान करने का वादा किया था। हालांकि, यह बहुत दुखद है कि विभाग के उच्चाधिकारियों ने इन मांगों की पूर्ति के संबंध में कोई पत्र जारी नहीं किया है जिससे एनएचएम कर्मचारियों में भारी आक्रोश है और कर्मचारी गहरे सदमे में हैं।
इसके विरोध में एनएचएम कर्मचारियों ने तीन दिनों तक हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। डा. रोहित कालरा ने बताया कि 3 साल में सरकार की ओर से यूनियन के साथ 30 बैठकें की गई है लेकिन, इस दौरान उनकी मांगों का हल नहीं हुआ है। ऐसे में उनकी ओर से 3 दिनों की हड़ताल का फैसला लिया गया है। बताया कि हड़ताल के दौरान सिविल सर्जन कार्यालय, सिविल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, आयुष्मान आरोग्य केंद्रों के करीब 200 कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।
हड़ताल के दौरान एनसीडी स्क्रीनिंग अभियान, टीबी अभियान, ओपीडी, क्लीनिकल ड्यूटी, दफ्तर रिपोटिर्ंग कार्य, एनएचएम स्वास्थ्य संस्थानों में ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेनिंग पूरी तरह से बंद रहा। डा. विमुक्त शर्मा ने कहा कि पिछले तीन सालों से पंजाब सरकार द्वारा एनएचएम कर्मचारियों की अनदेखी के चलते लुधियाना में पंजाब सरकार के खिलाफ घर-घर पर्चे बांटकर सरकार की पोल खोलने के लिए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर सुरिंदर कुमार, डॉ. विनय कुमार, डॉ. रोहित, प्रिया महाजन, अमनदीप सिंह, अर्जन सिंह, अंकित, हारिस तथा आरएनटीसीपी स्टाफ भी मौजूद था।