सूबे में पहली बार 15,704 मैगावाट तक पहुंची पावर डिमांड

शुक्रवार को 11 बजे से 2.32 बजे तक पावर डिमांड लगातार 15,000 मैगावाट के पार रही।

लुधियाना। सूबे में अभी धान की रोपाई के लिए ट्यूबवैलों को बिजली सप्लाई नहीं दी जा रही है और बिजली की डिमांड अब तक के सभी रिकार्ड तोड़ते हुए उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। अब तक सूबे में 15,500 मैगावाट के पास बिजली की डिमांड सिर्फ एक बार ही पहुंची थी वो भी तब जब पैडी सीजन पीक पर था। लेकिन, इस बार तो बिना पैडी सीजन के ही सूबे में बिजली की डिमांड रिकार्ड स्तर 15,704 मैगावाट तक पहुंच गई। शुक्रवार को 11 बजे से दोपहर 2.32 बजे तक बिजली की डिमांड लगातार 15,000 मैगावाट के पार रही लेकिन जैसे ही बिजली की डिमांड 15,704 मैगावाट पर पहुंची उसके बाद कई जगह सप्लाई सिस्टम ट्रिप होने लगा और बिजली की डिमांड लगातार गिरने लगी और शाम छह बजे तक डिमांड 10,800 मैगावाट तक गिर गई।

2023 में बिजली की डिमांड 2 बार 15,000 मैगावाट के पार पहुंची और अधिकतम डिमांड 15,500 मैगावाट के करीब पहुंची लेकिन इस बार 3 दिन से लगातार बिजली की डिमांड 15,000 मैगावाट के पार दर्ज की जा रही है जबकि इस बार पैडी सीजन शुरू नहीं हुआ। पैडी सीजन शुरू होने पर पावर डिमांड ज्यादा होगी। ऐसे में पावरकॉम को या तो सैंट्रल पूल से बिजली ज्यादा खरीदनी होगी या फिर पब्लिक को ज्यादा पावरकट ङोलने पड़ेंगे। पिछले कुछ दिन से लगातार भीषण गर्मी हो रही है और तापमान भी 44 डिग्री सैल्सियस के पार है, जिसकी वजह से बिजली की खपत में बेहद बढ़ौतरी हो गई।

पावरकॉम के अधिकारियों की मानें तो पूरा सप्लाई सिस्टम ओवरलोड चल रहा है जिसकी वजह से बिजली की डिमांड बढ़ रही है। शुक्रवार को सूबे में जब बिजली की डिमांड 15,000 मैगावाट के पार पहुंची तो प्रदेश में बिजली का उत्पादन भी 63,00 मैगावाट के आसपास पहुंच गया था, जबकि केंद्रीय पूल से 9,000 मैगावाट के करीब बिजली खरीदी गई।

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