पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) ने शून्यकाल के दौरान पंजाब सरकार द्वारा युवाओं को दी जा रही सरकारी नौकरी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार सदन में एक श्वेतपत्र लेकर आए ताकि पता चल सके कि किस जिले के किस गांव के युवाओं को किस विभाग में नियुक्त किया गया। इसमें यह भी बताया जाए कि इसमें कितने पंजाब और कितने गैर पंजाबी हैं।
बाजवा ने सदन में कहा कि सरकार सरकारी नौकरियों को लेकर इश्तेहारबाजी कर रही है लेकिन सरकार इस मामले में सदन में एक श्वेतपत्र लेकर आए ताकि सही स्थिति स्पष्ट हो सके। आप के डा. इंदरबीर सिंह निज्झर ने कहा कि पुनर्वास केंद्रों में नशा पीड़ित लगातार आ रहे हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब तबके के लोगों के नीले कार्ड केवाईसी न होने के कारण काटे गए हैं।
उन्हें समझ नहीं है कि इसे कैसे कराना है लिहाजा राशन डिपो मालिक को यह जिम्मेदारी सौंपी जाए कि गरीब तबके के लोग जिनका नीला कार्ड रद्द हुआ है, उन कार्डो की केवाईसी करवाएं। आप के रुपिंदर सिंह हैप्पी ने कहा कि कसबा खमाणों में सीवरेज की बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि जगह दी गई है, इसके लिए विशेष पैकेज दिया गया है लिहाजा काम जल्द शुरू किया जाए।
कांग्रेस के संदीप जाखड़ ने राज्य के अस्पतालों में डाक्टरों और पैरामैडीकल स्टाफ की कमी का मुद्दा उठाया। निर्दलीय राणा इंदर प्रताप सिंह ने सदन में बढ़ते अपराधों का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को निकाल कर थानों में शिफ्ट किया जाए और लूटपाट व हत्या के आरोपियों को 10 साल की सजा का प्रावधान किया जाए क्योंकि एक साल की सजा में एक महीने के अंदर आरोपी की जमानत हो जाती है। उन्होंने कहा कि नेताओं और अफसरों को 4-4 सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए जाए।