स्पेशल DGP अर्पित शुक्ला के नेतृत्व में मोहाली में नशा तस्करों के खिलाफ पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 166 लोग गिरफ्तार, 2.7 किलो हेरोइन बरामद

सीएएसओ का विवरण साझा करते हुए विशेष डीजीपी ने कहा कि 3000 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 450 से अधिक पुलिस टीमों ने 280 मादक पदार्थ प्रभावित क्षेत्रों की घेराबंदी की है।

पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के अनुसार पंजाब पुलिस ने रविवार को पहचाने गए नशा प्रभावित क्षेत्रों और संवेदनशील क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर राज्य स्तरीय घेराबंदी और तलाशी अभियान (सीएएसओ) चलाया, जिसका मुख्य उद्देश्य बिक्री केन्द्रों पर नशे की आपूर्ति को नियंत्रित करना था।

यह अभियान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक एक साथ चलाया गया। रेंज एडीजीपी/आईजीपी/डीआईजी और सीपी/एसएसपी को अपने-अपने जिले में अभियान की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने के लिए कहा गया।

पुलिस कमिश्नरों/एसएसपी को कहा गया कि वे अपने-अपने जिलों में नशीली दवाओं और नशीले पदार्थों की बिक्री के केन्द्रों या कुछ क्षेत्रों, जो नशा तस्करों के लिए आश्रय/सुरक्षित पनाहगाह बन गए हैं, की पहचान करके सावधानीपूर्वक इस ऑपरेशन की योजना बनाएं, ताकि पुलिस बल की भारी तैनाती के बीच इस ऑपरेशन को अंजाम दिया जा सके।

विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला, जो रोपड़ रेंज की पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) नीलांबरी जगदाले और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. संदीप गर्ग के साथ एसएएस नगर में शामिल हुए, ने कहा कि सीमावर्ती राज्य से नशे की समस्या को खत्म करने के अपने ईमानदार प्रयासों में पंजाब पुलिस एक बहुआयामी रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) का पालन कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रवर्तन के तहत, पुलिस छोटे ड्रग तस्करों पर मामला दर्ज करके बिक्री केन्द्रों पर ड्रग आपूर्ति को नियंत्रित करने पर ध्यान केन्द्रित कर रही है, जबकि बड़ी मछलियों की अवैध रूप से अर्जित सम्पत्तियों को एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत जब्त किया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि सीमा पार से ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए सीमा पर दूसरी रक्षा पंक्ति को भी मजबूत किया गया है।

विशेष डीजीपी ने कहा कि कांस्टेबल रैंक से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक के पुलिस कर्मियों के संबंध में डीजीपी पंजाब के स्पष्ट निर्देशों के बाद – जो तीन या अधिक वर्षों से पुलिस स्टेशनों पर तैनात हैं, राज्य भर के सभी पुलिस स्टेशनों में पुलिसकर्मियों का बड़ा फेरबदल किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं कि वे एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किए जा रहे सभी मामलों के आगे-पीछे के संबंधों पर गौर करें और नशा तस्करों के साथ मिलीभगत करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि जेलों में बंद सभी नशा तस्करों पर भी नजर रखी जा रही है।

स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि राज्य से नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए पंजाब पुलिस के कड़े प्रयासों के बाद 2017 से हेरोइन की बरामदगी में 5.6 गुना (567%) की बढ़ोतरी हुई है। जानकारी के अनुसार, पंजाब पुलिस ने 2023 में लगभग 1346 किलोग्राम हेरोइन की रिकॉर्ड जब्त की, जबकि 2022 में 594 किलोग्राम, 2021 में 571 किलोग्राम, 2020 में 760 किलोग्राम, 2019 में 460 किलोग्राम, 2018 में 424 किलोग्राम और 2017 में 179 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई।

इसी प्रकार, एनडीपीएस अधिनियम में दोषसिद्धि दर भी 2018 में 59 प्रतिशत से बढ़कर 2023 में 81 प्रतिशत हो गई है।

उन्होंने कहा कि नशा तस्करी के खिलाफ कानून लागू करने के अलावा पंजाब पुलिस ने लोगों को जागरूक करने और नशे के खिलाफ लड़ाई में आम लोगों का समर्थन हासिल करने के लिए रोकथाम के तहत नशे के खिलाफ विशेष अभियान भी चलाया है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति अभियान के तहत, कम मात्रा में नशीले पदार्थों के साथ पकड़े गए नशा उपभोक्ताओं को एनडीपीएस अधिनियम की धारा 64-ए के प्रावधानों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाता है, जो उन्हें नशा मुक्ति और पुनर्वास का अवसर प्रदान करता है।

सीएएसओ का विवरण साझा करते हुए विशेष डीजीपी ने कहा कि 3000 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 450 से अधिक पुलिस टीमों ने 280 मादक पदार्थ प्रभावित क्षेत्रों की घेराबंदी की है।

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान पुलिस ने 166 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद 140 प्राथमिकी दर्ज कीं।’

विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस टीमों ने 2.7 किलोग्राम हेरोइन, 1.50 लाख रुपये की ड्रग मनी, 12.2 किलोग्राम चूरापोस्त, 5820 नशीली गोलियां और भारी मात्रा में अवैध और वैध शराब और लाहन बरामद करने के अलावा 16 मोटरसाइकिल और तीन कारें जब्त की हैं।

बॉक्स: मार्च 2022 से ड्रग्स के खिलाफ कार्रवाई

  • कुल ड्रग तस्कर/सप्लायर गिरफ्तार: 35385
  • 2 किलो और उससे ज़्यादा हेरोइन के साथ पकड़े गए बड़े मछलियाँ: 356
  • कुल दर्ज की गई एफ़आईआर: 25887
  • कुल कमर्शियल क्वांटिटी एफ़आईआर: 3256
  • ज़ब्त की गई संपत्तियाँ: 200 करोड़ रुपये की 459 संपत्तियाँ
  • कुल बरामद हेरोइन: 2309 किलोग्राम
  • कुल बरामद अफ़ीम: 2218 किलोग्राम
  • कुल बरामद पोस्त की भूसी: 1050 क्विंटल
  • कुल बरामद गांजा: 2568 किलोग्राम
  • कुल बरामद आइसीई ड्रग: 46 किलोग्राम
  • बरामद फार्मा ओपिओइड की कुल गोलियाँ/कैप्सूल/इंजेक्शन/शीशियाँ: 4.16 करोड़
  • कुल बरामद ड्रग मनी: रु. 24.55 करोड़
  • एनडीपीएस मामलों में घोषित अपराधियों/भगोड़ों की कुल गिरफ्तारी: 2956
  • पीआईटी-एनडीपीएस अधिनियम के तहत तैयार किए गए प्रस्ताव: 89
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