रिश्वत मामले में गिरफ्तार RTA के अकाउंटेंट और उसका साथी अदालत में पेश, पुलिस को मिला 1 दिन का रिमांड

बठिंडा (कपिल शर्मा): बठिंडा का आरटीए दफ्तर भ्रष्टाचार को लेकर लंबे समय से चर्चा में है। अक्सर आरटीए दफ्तर में काम करने वाले मुलाजिमों व अधिकारियों पर ट्रांसपोर्ट के किसी न किसी काम करवाने के बदले रिश्वत लेने के आरोप लगते रहते हैं। मंगलवार को विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा की ओर से रिश्वत लेते पकड़े गए.

बठिंडा (कपिल शर्मा): बठिंडा का आरटीए दफ्तर भ्रष्टाचार को लेकर लंबे समय से चर्चा में है। अक्सर आरटीए दफ्तर में काम करने वाले मुलाजिमों व अधिकारियों पर ट्रांसपोर्ट के किसी न किसी काम करवाने के बदले रिश्वत लेने के आरोप लगते रहते हैं। मंगलवार को विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा की ओर से रिश्वत लेते पकड़े गए अकाउंटेंट दिनेश अंतिल व उसके सहायक राजू सिंह को रंगे हाथों पकड़ा गया। जिनको बुधवार को विजिलेंस की ओर से अदालत में पेश किया गया जहां से दोनों आरोपियों का 1 दिन का रिमांड मिल गया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से अहम खुलासे होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार रिश्वत के इस खेल में और भी लोगों के नाम आने की संभावना बताई जा रही है।

आरटीओ दफ्तर में रोजाना 100 के करीब फाइलें कोड लगाने के लिए पहुंचती हैं। प्रति फाइल का 100 रुपए रिश्वत के तौर पर वसूल किया जाता था। जिसके तहत विजिलेंस ने र्क्लक और उसके सहायक राजू को 10 फाइलों के 1000 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। रोजाना 100 फाइलों को पास करवाने के बदले 10 हजार रुपए प्रतिदिन और महीने का 3 लाख रुपए और साल में 30 लाख रुपए के करीब लोगों से रिश्वत के रूप में हड़पे जा रहे थे। विजिलेंस की टीम ने सुर्खपीर राेड वासी हरप्रीत सिंह की शिकायत पर ट्रैप लगाकर दोनों आरोपियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार एक्ट के केस दर्ज कर लिया था।

विजिलेंस प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता की ओर से दी गई शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। विजिलेंस प्रवक्ता ने बताया कि जांच के बाद पाया गया कि आरटीए दफ्तर में रोजाना कोड लगवाने के लिए लोगों/एजेंटों के माध्यम से लगभग 100 फाइलें अकाउंटेंट के पास पास होने के लिए आती थीं। जिसमें प्रति फाइल 100 रुपये रिश्वत के हिसाब से एक महीने में लगभग ढाई से तीन लाख रुपये और एक साल में लगभग 30 लाख रुपये की रिश्वत के तौर पर पब्लिक का पैसा हड़प किया जाता था। विजिलेंस ब्यूरो रेंज बठिंडा ने जाल बिछाकर उक्त दोनों आरोपियों को शिकायतकर्ता से 10 फाइलों के बदले बनते 1000 रुपए रिश्वत लेते हुए सरकारी गवाहों की हाजिरी में काबू किया। इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन बठिंडा में भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया था जिनको को बुधवार को अदालत में पेश किया गया यहां से आरोपियों का 1 दिन का रिमांड मिल गया है।

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