हम घटिया राजनीति नहीं, काम की राजनीति करते हैं: सीएम मान

लुधियाना/जालंधर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सरकार-व्यापार मिलनी के दौरान उद्योगपतियों और व्यापारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आर्थिकता में उद्योग और व्यापार अहम भूमिका निभाते हैं और यह हर राज्य की रीढ की हड्डी होते हैं, जिसके लिए इसको बढ़ावा.

लुधियाना/जालंधर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सरकार-व्यापार मिलनी के दौरान उद्योगपतियों और व्यापारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आर्थिकता में उद्योग और व्यापार अहम भूमिका निभाते हैं और यह हर राज्य की रीढ की हड्डी होते हैं, जिसके लिए इसको बढ़ावा देना लाजिमी है।

ऐसे में सरकार-व्यापार मिलनी के रूप में अपनी किस्म की इस पहली पहलकदमी का उद्देश्य व्यापारिक भाईचारे की भलाई है। यह राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देकर राज्य की पुरातन शान बहाल करने की तरफ एक ठोस कदम है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के विकास को बढ़ावा देकर राज्य की नुहार बदलने के लिए अथक मेहनत कर रही है। वह लोगों की भलाई और राज्य के विकास के लिए घटिया दर्जे की राजनीति की बजाय ‘काम की राजनीति’ कर रहे हैं।

टाटा स्टील, सनातन टैक्सटाइल समेत अन्य कंपनियां कर चुकी 70,000 करोड़ रुपए का निवेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक टाटा स्टील, सनातन टैक्स्टाइल और अन्य प्रमुख कंपनियों की तरफ से 70,000 करोड़ रु पए का निवेश किया गया है, जो अन्य कंपनियों को निवेश के लिए उत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्योग राज्य के असली ब्रांड अम्बैसडर हैं। राज्य सरकार यह यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध है कि यह कंपनियां राज्य में अपने कारोबार का विस्तार करें।

केंद्र सरकार को सबक सिखाने का वक्त आ गया: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जहां राज्य के व्यापारियों से संवाद किया, वहीं पंजाब विरोधी रवैये के लिए केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया। केजरीवाल ने कहा कि पिछली किसी भी सरकार ने उद्योगपतियों और व्यापारियों की भलाई की कभी कोई चिंता नहीं की।

पिछली सरकारों उद्योगपतियों को चोर करार देती थी, परन्तु यह सरकार उद्योगपतियों को राज्य की सामाजिक आर्थिक तरक्की में बराबर का हिस्सेदार बनाना चाहती है। राज्य सरकार पिछली सरकारों की तरह लूटने की बजाय व्यापारियों और उद्योगपतियों की सुविधा के लिए है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इन मिलनियों को राज्य सरकार और व्यापारियों के बीच बेहतर तालमेल के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि राज्य के नौजवानों को नौकरियां प्रदान करना राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है, जिसके लिए औद्योगिक क्षेत्र बड़ा आधार है।

अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र की सभी समस्याओं को पहल के आधार पर निपटा जाएगा, जिससे अधिक से अधिक नौकरियां पैदा हो सके। केजरीवाल ने गैर-भाजपा राज्यों के सुचारू कामकाज में रुकावटें बिछाने के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि यह सब केंद्र का घमंडी रवैया और मनमाना है।

केंद्र पंजाब विरोधी रवैये का शिकार है, इसलिए केंद्र को सबक सिखाना जरूरी है, जिसके लिए पंजाबियों को तैयारी कर लेनी चाहिए। अब समय आ गया है जब केंद्र सरकार को राज्य की झांकी को रद्द करने के अपने गुनाह की सजा दी जाए क्योंकि यह पंजाब और पंजाबियों का सीधे तोर पर अपमान है।

उन्होंने कहा कि राज्य के शहीदों को उनके महान बलिदानों के लिए केंद्र से किसी एन. ओ. सी. की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह केरल, पश्चिमी बंगाल, तेलंगाना और अन्य राज्यों के लोगों ने अपने मुख्यमंत्रियों को लोक सभा सीटें देकर शक्ति दी थी, उसी तरह अब समय आ गया है कि भगवंत सिंह मान को सभी लोक सभा सीटें जिताई जाएं।

पिछली सरकारें निवेशकों से हिस्सा मांगती थी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों समय पर नेता निवेश के लिए आने वाले उद्यमों में हिस्सेदारी मांगते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले सत्ताधारी परिवारों के साथ समझौतों पर दस्तखत किए जाते थे परन्तु अब राज्य की तरक्की और खुशहाली के लिए यह समझौते किए जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वह दिन चले गए हैं जब उद्योगों और व्यापारियों को बेवजह परेशानी झेलनी पड़ती थी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अब उनकी सुविधा के लिए काम करेगी और बीते समय के उलट अब कोई भी उद्योगपतियों को तंग नहीं करेगा, बल्कि राज्य सरकार उद्योगों को उत्साहित करने के लिए हर संभव यत्न करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के व्यापक विकास को यकीनी बनाने के लिए हर संभव कदम उठाया जा रहा है।

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