भारत को 10-15 वर्षों में खेल राष्ट्र के रूप में जाना जाएगा : Sunil Gavaskar

मुंबईः अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भाला फेंक के एथलीट नीरज चोपड़ा, शतरंज के उदीयमान खिलाड़ी आर प्रज्ञाननंदा और बैडमिंटन स्टार एचएस प्रणय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए सोमवार को कहा कि भारत को अगले 10-15 वर्षों में खेल राष्ट्र के रूप में जाना जाएगा। चोपड़ा रविवार को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप.

मुंबईः अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भाला फेंक के एथलीट नीरज चोपड़ा, शतरंज के उदीयमान खिलाड़ी आर प्रज्ञाननंदा और बैडमिंटन स्टार एचएस प्रणय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए सोमवार को कहा कि भारत को अगले 10-15 वर्षों में खेल राष्ट्र के रूप में जाना जाएगा। चोपड़ा रविवार को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने जबकि 18 वर्षीय प्रज्ञननंदा ने पिछले सप्ताह विश्व कप के फाइनल में जगह बना कर इतिहास रचा। प्रणय ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता और इस दौरान विश्व के नंबर एक खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसेन को हराया।

गावस्कर ने यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, कि ‘इससे पहले आपने देखा होगा कि केवल कुछ खेलों पर ही चर्चा होती थी और इन्हीं खेलों को मीडिया में कवरेज मिलती थी।’’ उन्होंने कहा, कि ‘लेकिन अब सभी खेलों को लेकर चर्चा होती है और इन खेलों को भी पर्याप्त कवरेज मिलती है। हमें इन खेलों में नए स्टार खिलाड़ी मिल रहे हैं।’’ पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर बुडापेस्ट में चोपड़ा को विश्व चैंपियन बनते देखकर खुशी से झूम उठे थे। उन्होंने कहा,‘‘ मुझे याद है कि जब उन्होंने (चोपड़ा) तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता तब भारत और इंग्लैंड के बीच श्रृंखला चल रही थी। मैं इंग्लैंड से देख रहा था और जैसे ही चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता तो मैं गीत गाने लगा, ‘ मेरे देश की धरती सोना उगलेङ्घ कल भी मुझे ऐसा ही एहसास हुआ।’’

गावस्कर ने कहा, कि ‘हमने दो साल पहले नीरज को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतते हुए देखा था। विश्व चैंपियनशिप में पिछले साल उन्होंने रजत पदक जीता लेकिन उनके लिए स्वर्ण पदक जीतना महत्वपूर्ण था और वह इसमें सफल रहे।’’ उन्होंने कहा, कि ‘दूसरी तरफ बैडमिंटन में प्रणय सेमीफाइनल में पहुंचे और उन्होंने विक्टर एक्सेलसेन को हराया। अगर आप अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया को खेल राष्ट्र मानते हो तो मुझे लगता है कि 10-15 वर्षों में भारत को भी खेल राष्ट्र कहा जाएगा।’’ उन्होंने प्रज्ञाननंदा की प्रशंसा करते हुए कहा,‘‘ वह उपविजेता रहा। वह अभी केवल 18 वर्ष का है और भविष्य में कई खिताब जीत सकता है।’’

पूर्व भारतीय कप्तान ने क्रिकेट पर बात करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान की प्रतिद्वंदिता के बीच श्रीलंका को कम करके नहीं आंकना चाहिए।गावस्कर ने कहा,‘‘ एशिया कप में हम भारत और पाकिस्तान की प्रतिद्वंदिता को लेकर बात कर रहे हैं लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि श्रीलंका भी इस टूर्नामेंट में है। इन तीनों देशों के बीच की प्रतिद्वंदिता हमेशा खास होती है।’’ उन्होंने विश्व कप के सेमीफाइनल की दावेदार टीमों के बारे में बताने से इनकार कर दिया। गावस्कर ने कहा,‘‘ मेरी दिलचस्पी केवल भारत में है। मुझे दूसरी टीमों को लेकर कोई चिंता नहीं है।’’

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