नयी दिल्ली: खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने श्रीलंका के कोलंबो में शारीरिक रूप से दिव्यांग क्रिकेटरों की चैंपियंस ट्रॉफी में ऐतिहासिक जीत के लिए शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट टीम को सम्मानित किया।
मंगलवार को कटुनायके के एफटीजेड क्रिकेट ग्राउंड्स में रोमांचक फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को 79 रन से हराया।
मांडविया ने एक बयान में कहा, ‘‘यदि आप दिव्यांग हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप देश को गौरवांवित नहीं कर सकते। आपकी जीत इसका प्रमाण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम ने कठिन चयन प्रक्रिया से लेकर श्रीलंका में अपने प्रदर्शन तक जो जुनून दिखाया है, वह आपके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। इंग्लैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान पर जीत सहित छह में से पांच मैच जीतना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है।’’ भारतीय टीम का चयन उदयपुर में हुआ जहां 28 राज्यों के 450 से अधिक क्रिकेटरों ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया।
इस खिलाड़ियों में से 56 खिलाड़ियों का चयन जयपुर में चैलेंजर ट्रॉफी के लिए किया गया और अंत में 17 खिलाड़ियों को भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया।
दिव्यांग खिलाड़ियों की उपलब्धियों पर मांडविया ने कहा, ‘‘हमारे ‘दिव्यांग’ खिलाड़ी हमें गर्व करने के कई मौके दे रहे है और हमें उनके लिए अपना समर्थन बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सरकार आपके साथ खड़ी है और आपको अपनी सफलता का उपयोग विभिन्न मंचों पर अधिक युवाओं को प्रेरित करने के लिए करना चाहिए।’’ इस कार्यक्रम में पूरी टीम, कोच, डीसीसीआई के महासचिव रविकांत चौहान, स्वयं के संस्थापक-अध्यक्ष स्मिनू जिंदल और भारतीय खेल प्राधिकरण एवं खेल मंत्रलय के अधिकारी शामिल हुए।