नई दिल्ली: भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि उनका लक्षय़ तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक को आगामी पेरिस खेलों में स्वर्ण पदक में बदलने का है।
रिकॉर्ड आठ बार की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम ने 2021 में तोक्यो में कांस्य पदक के प्लेऑफ में 1-3 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जर्मनी को 5-4 से हराकर 41 साल के ओलंपिक पदक के सूखे को समाप्त किया था।
भारत ने पिछला ओलंपिक स्वर्ण पदक 1980 में मास्को खेलों में जीता था। हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में पेरिस ओलंपिक के लिए भारत के ड्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘तोक्यो में कांस्य पदक जीतना यादगार पल रहा और हम उसी लय को पेरिस ओलंपिक तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा लक्षय़ पदक के रंग को बेहतर करके स्वर्ण पदक में तब्दील करना है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘शुरू में हमारा ध्यान एक समय में एक कदम उठाने का होगा, ग्रुप चरण से अगले दौर में पहुंचने और क्वार्टरफाइनल में जगह सुनिश्चित करने का होगा। हमें भरोसा है कि हम अपने अनुभव और कौशल की बदौलत पोडियम स्थान हासिल करने के मजबूत दावेदार हैं। ’’
दुनिया की चौथे नंबर की भारतीय टीम अपना अभियान 27 जुलाई को निचली रैंिकग पर काबिज न्यूजीलैंड से करेगी जिसके बाद टीम का सामना 29 जुलाई को अज्रेंटीना, 30 जुलाई को आयरलैंड और फिर एक अगस्त को बेल्जियम से होगा। टीम अंतिम ग्रुप चरण मैच में दो अगस्त को आस्ट्रेलिया से भिड़ेगी।
हरमनप्रीत ने मुकाबलों के बारे में कहा, ‘‘पूल बी में प्रतिस्पर्धा करना चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि प्रत्येक टीम में किसी भी दिन विजेता बनने की काबिलियत है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हम पेरिस ओलंपिक की यात्र के दौरान प्रत्येक चुनौती के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार हैं। ’’ हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हमारा ध्यान सिर्फ अपनी मजबूती पर लगा है क्योंकि हमारा मानना है कि अगर हम एकजुट होकर पूरी क्षमता से खेलें तो हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं। ’’