महिला टी20 विश्व कप 2024 की शुरुआत हो चुकी है और 10 टीमें खिताब की दावेदारी पेश करने के लिए मैदान में है। इस बार टूर्नामेंट में भारतीय महिला टीम भी एक मजबूत दावेदार है। कई भारतीय खिलाड़ी शानदार फॉर्म और लय में नजर आ रही हैं, जो भारत के लिए एक्स फैक्टर साबित हो सकती हैं। टूर्नामेंट में भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा, जो बाएं हाथ से बल्लेबाजी करती हैं और दाएं हाथ से ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी करती हैं, का नाम भी बड़े खिलाड़ियों में शुमार है, क्योंकि उन्होंने हाल ही में टी20 फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया। डब्ल्यूपीएल और महिला हंड्रेड में उन्होंने दमदार प्रदर्शन किया।महिला एशिया कप में भी उनका प्रदर्शन सराहनीय था।
दीप्ति शर्मा को डब्ल्यूपीएल 2024 में मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट का अवॉर्ड मिला था। उन्होंने बल्ले से 295 रन और 10 विकेट लेने के बाद यह पुरस्कार हासिल किया। दीप्ति ने पूरे टूर्नामेंट में 8 मैच में 295 रन बनाए। उनका नाबाद 88 रन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। वहीं, 8 मैचों में 21 की औसत से उन्होंने 10 विकेट लिए। दीप्ति शर्मा डब्ल्यूपीएल में हैट्रिक लेने वाली पहली भारतीय गेंदबाज हैं। यूपी वॉरियर्स की तरफ से खेलते हुए उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 48 गेंदों का सामना करते हुए 59 रनों की पारी खेली, जिसमें 6 चौके और 1 छक्का शामिल रहा। जबकि, गेंद से दीप्ति शर्मा ने 4 ओवर में 19 रन देकर 4 बड़े विकेट झटके थे जिसमें हैट्रिक भी शामिल थी।
भारतीय महिला टीम को इस ऑलराउंडर से काफी उम्मीदें है। उन्होंने टी20 विश्व कप 2024 में भारत की पहली आईसीसी ट्रॉफी जीतने के अपने इरादे कई बार जाहिर किए हैं। 2020 में ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 विश्व कप में भारत का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन था, जहां टीम फाइनल में पहुंची थी लेकिन उसे मेजबान टीम से हार का सामना करना पड़ा था। पिछले 2023 सीजन में भी भारत सेमीफाइनल में पहुंचा, लेकिन वहां भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। यानि भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा यह टीम रही है।
दीप्ति शर्मा का प्रदर्शन इस बार भी भारत की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि 2024 में उन्होंने सभी फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है। वह आईसीसी वनडे और टी20 रैंकिंग में भारत की बेस्ट रैंकिंग वाली गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं। उन्होंने हाल ही में लंदन स्पिरिट को द हंड्रेड विमेन 2024 का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। इस बार दीप्ति और भारतीय टीम की नजरें सिर्फ एक ही लक्ष्य पर हैं- पहली बार आईसीसी ट्रॉफी जीतना।