मेष: आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहने वाला है। आपको किसी बड़े लक्ष्य की प्राप्ति करने के लिए कठिन परिश्रम करना होगा। श्रेष्ठ कार्यों को बढ़ावा दे सकते हैं। विभिन्न गतिविधियों में आप पूरी रुचि दिखाएंगे, लेकिन परिवार में किसी सदस्य को आपकी कोई बात बुरी लग सकती है। आप अपनी किसी गलती के.
सलोकु मः ३ ॥ सतिगुर ते जो मुह फिरे से बधे दुख सहाहि ॥ फिरि फिरि मिलणु न पाइनी जमहि तै मरि जाहि ॥ सहसा रोगु न छोडई दुख ही महि दुख पाहि ॥ नानक नदरी बखसि लेहि सबदे मेलि मिलाहि ॥१॥ मः ३ ॥ जो सतिगुर ते मुह फिरे तिना ठउर न ठाउ ॥.
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि समाप्त – दोपहर 02 बजकर 58 मिनट तक नक्षत्र – विशाखा ऋतु – हेमंत शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 56 मिनट से 05 बजकर 49 मिनट तक विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से 02 बजकर 36 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त –.
मेष: आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आपको अपनी आर्थिक समस्याओं को धैर्य रखकर सुलझाना होगा और यदि आपको कोई शारिरीक कष्ट चल रहा है, तो आप उसे नजरअंदाज ना करें, नहीं तो बाद में वह कोई बड़ी बीमारी बन सकता है। वरिष्ठ सदस्यों का सहयोग और सानिध्य आपको.
रामकली महला ४ ॥ राम जना मिलि भइआ अनंदा हरि नीकी कथा सुनाइ ॥ दुरमति मैलु गई सभ नीकलि सतसंगति मिलि बुधि पाइ ॥१॥ राम जन गुरमति रामु बोलाइ ॥ जो जो सुणै कहै सो मुकता राम जपत सोहाइ ॥१॥ रहाउ ॥ जे वड भाग होवहि मुखि मसतकि हरि राम जना भेटाइ ॥ दरसनु संत.
मेष आज का दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आप अपनी आय को बढ़ाने के लिए जो भी प्रयास करेंगे, उसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी, लेकिन आपके किसी मित्र से आज आपका किसी बात को लेकर लड़ाई झगड़ा हो सकता है। आप बिजनेस की किसी खास डील को फाइनल करेंगे, उसमें आप अपने विरोधियों.
मेष राशि: मेष राशि के जातको के लिए यह हफ्ता कार्यक्षेत्र में भागदौड़ वाला बना रह सकता है। इस हफ्ते कार्यस्थल पर सहकर्मयिों के साथ वादविवाद से बचें। आपके पारिवारिक जीवन में स्ज़्थिति सामान्य बनी रहेगी। इस हफ्ते आपके खर्च में वृद्धि हो सकती है। सेहत के लिहाज से यह हफ्ता आपको सुकून देने वाला.
धर्म डेस्क : चंद्र ग्रहण का जिक्र हिंदू धर्म में पौराणिक और धार्मिक महत्व रखता है। इसे धार्मिक आयोजनों और रीति-रिवाजों में महत्वपूर्ण भूमिका दी जाती है। चंद्र ग्रहण को हिंदू धर्म और ज्योतिष में शुभ नहीं माना गया है। इस साल का आखरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगने जा रहा है। इसका असर.
धर्म डेस्क : श्राद्ध पक्ष, जिसे श्राद्धकाल भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण आयोजन है जो पितृ ऋतु के दौरान आयोजित किया जाता है। यह पक्ष आमतौर पर भद्रपद मास (भादों का महीना) के कृष्ण पक्ष से शुरू होता है और आश्वयुज मास के कृष्ण पक्ष तक चलता है। इस पक्ष के.
आंशिक सूर्य ग्रहण 14 अक्तूबर को ओरेगॉन के तट से टेक्सास खाड़ी तट तक देखा जा सकेगा। अमेरिका, मैक्सिको और दक्षिण और मध्य अमेरिका के कई देशों में लाखों लोग पश्चिमी गोलार्ध में इस दुर्लभ घटना का नजारा देख सकते हैं। हालांकि भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा और न ही इसका सूत्र यहां लगेगा।.