Amit Shah reached Prayagraj; नेशनल डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2025 के महाकुंभ के पवित्र अवसर पर प्रयागराज के संगम में साधु-संतों के साथ स्नान किया। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, स्वामी रामदेव और अन्य साधु-संत भी मौजूद रहे। गृह मंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारियां की थीं। सबसे पहले, गृहमंत्री ने सेल्फी पॉइंट अरैल घाट का दौरा किया और फिर पवित्र त्रिवेणी संगम में साधु-संतों के साथ स्नान किया। अमित शाह ने संगम में डुबकी लगाने के बाद गंगा मैया को प्रणाम किया और इसके बाद साधु-संतों ने उन्हें गंगाजल से स्नान कराया।
#WATCH | #MahaKumbh2025 | Union Home Minister Amit Shah takes a holy dip at Triveni Sangam in Prayagraj, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/TH2MFFgwA5
— ANI (@ANI) January 27, 2025
पूजा अर्चना और गंगा आरती
संगम में स्नान करने के बाद अमित शाह ने गेरुआ वस्त्र धारण कर संगम तट पर पूजा अर्चना की। इस मौके पर उनके परिवार के सदस्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कई साधु-संत भी उपस्थित थे। पूजा के बाद, गृहमंत्री ने गंगा मैया की आरती उतारी।
अब तक कितने लोगों ने किया स्नान?
27 जनवरी तक महाकुंभ में 60.19 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। महाकुंभ की शुरुआत से लेकर 26 जनवरी तक कुल 13.21 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah along with his wife Sonal Shah and family feeds migratory birds during #MahaKumbh2025 in Prayagraj pic.twitter.com/3V5HNhvOUo
— ANI (@ANI) January 27, 2025
अमित शाह का परिवार संग महाकुंभ में हिस्सा
अमित शाह ने महाकुंभ में अपनी पत्नी और परिवार के साथ विशेष रूप से समय बिताया। उन्होंने साधु-संतों के साथ संगम में स्नान भी किया था, लेकिन इसके अलावा उन्होंने प्रवासी पक्षियों को खाना खिलाने का कार्य भी किया। बता दें कि प्रवासी पक्षी हर साल हजारों किलोमीटर का सफर तय कर भारत के विभिन्न हिस्सों में आते हैं, खासकर उत्तर भारत में।
आचार्य अवधेशानंद गिरि जी महाराज के साथ चर्चा
महाकुंभ यात्रा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ महाकुंभ के दौरान जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य अवधेशानंद गिरि जी महाराज और कुछ अन्य शीर्ष संतों के साथ तैरते हुए घाट पर बातचीत की। इस महत्वपूर्ण बैठक में धर्म, समाज और महाकुंभ के आयोजन पर विचार-विमर्श हुआ।
अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था
अमित शाह के महाकुंभ दौरे के दौरान मेला क्षेत्र और प्रयागराज में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मेला क्षेत्र को पूरी तरह से वाहन निषेध क्षेत्र घोषित किया गया था, ताकि श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। साथ ही, प्रयागराज शहर के विभिन्न स्थानों पर मार्ग परिवर्तन किए गए थे, जिससे स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों को कुछ असुविधा का सामना करना पड़ा, लेकिन सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया गया था।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah offers prayers at ‘Akshaya Vat’ in Prayagraj; Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath also present pic.twitter.com/IS6T3lDHa4
— ANI (@ANI) January 27, 2025
CM योगी का महाकुंभ दौरा
अमित शाह के संगम स्नान से पहले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल के साथ महाकुंभ का दौरा किया था। इस दौरान, सीएम योगी ने संगम में स्नान किया और एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक भी की। बैठक में कई अहम फैसले लिए गए, जिनमें नए मेडिकल कॉलेज खोलने, युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट देने, और प्रयागराज का विकास शामिल था।
‘महाकुंभ’ सनातन संस्कृति की अविरल धारा का अद्वितीय प्रतीक है।
कुंभ समरसता पर आधारित हमारे सनातन जीवन-दर्शन को दर्शाता है। आज धर्म नगरी प्रयागराज में एकता और अखंडता के इस महापर्व में संगम स्नान करने और संतजनों का आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) January 27, 2025
शाह ने एक्स पर किया था पोस्ट
उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कहा था, “धर्म नगरी प्रयागराज में एकता और अखंडता के इस महापर्व में मैं संगम स्नान करने और संतजनों का आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक हूं।” अमित शाह ने महाकुंभ को सनातन संस्कृति की “अविरल धारा” का अद्वितीय प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “महाकुंभ समरसता पर आधारित हमारे सनातन जीवन-दर्शन को दर्शाता है।” शाह का यह बयान महाकुंभ के महत्व और भारतीय संस्कृति के संरक्षण को लेकर उनके दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है, जिसमें कुंभ मेला एकता, समरसता और सद्भाव का प्रतीक बनकर सामने आता है।
अखिलेश यादव का महाकुंभ में स्नान
26 जनवरी को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी महाकुंभ मेले में संगम स्नान किया। उनका यह स्नान सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन गया। दरअसल, अखिलेश यादव ने महाकुंभ के आंकड़ों पर सवाल उठाए थे और कहा था कि सरकार के सारे आंकड़े फर्जी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ ट्रेनें खाली जा रही हैं, जैसे कि गोरखपुर वाली ट्रेन।