आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और कुशल नेतृत्व के कारण आजमगढ़ को पुरातन पहचान मिली है। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को आजमगढ़ जिले के मंदूरी हवाई अड्डा परिसर में 34,700 करोड़ रुपये की 782 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, पहले आजमगढ़ के नाम पर लोग भयभीत होते थे, वहीं आजमगढ़ आज कला, शिक्षा, साहित्य और विकास के क्षेत्र में देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के योग्य मार्गदर्शन और कुशल नेतृत्व के कारण आजमगढ़ को पुरातन पहचान मिली है।
योगी ने कहा कि आज से सात साल पहले जो आजमगढ़ अपराध और माफिया गतिविधियों का गढ़ था, आज उसी आजमगढ़ में प्रधानमंत्री हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देने आए हैं। उन्होंने आजमगढ़ में 10 वर्ष के अंदर न केवल सुरक्षा का बेहतर माहौल बनाने, बल्कि विकास-आधुनिक बुनियादी ढांचे और लोक कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार भी जताया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि 2024 में फिर एक बार-मोदी सरकार की आवाज के साथ आजमगढ़, लालगंज और घोसी (तीनों लोकसभा क्षेत्र) भी जुड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बना पूर्वांचल एक्सप्रेसवे आजमगढ़ के विकास की धुरी बन चुका है। उन्होंने कहा कि इसने पूर्वी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई पहचान देने का काम किया है और अब आजमगढ़वासी मात्र दो घंटे में लखनऊ पहुंच जाते हैं। योगी ने कहा प्रधानमंत्री के द्वारा आजमगढ़ हवाई अड्डे का उद्घाटन होने जा रहा है और इसके साथ ही यहां हवाई सेवा भी शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश में इससे पहले मात्र दो हवाई अड्डे थे, आज उसी प्रदेश में नौ हवाई अड्डों का संचालन हो रहा है और पांच नये हवाई अड्डों की आज प्रधानमंत्री शुरुआत करने जा रहे हैं।
योगी ने कहा कि कई दशकों से मांग थी कि आजमगढ़ का अपना विश्वविद्यालय हो और महाराजा सुहेलदेव के नाम पर बने विश्वविद्यालय का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश नए भारत का दर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को रेल और राष्ट्रीय राजमार्गों की नई सौगात भी मिल रही है और होली से पहले प्रदेशवासियों को हजारों करोड़ रुपये का उपहार मिल रहा है।