ज्ञानवापी मस्जिद की सुरक्षा बढ़ाई, कोर्ट का आदेश आने के बाद देर रात 31 साल बाद हुई पूजा-अर्चना

उत्तर प्रदेश सरकार ने ज्ञानवापी मस्जिद में पूजा करने की इजाजत दे दिए जाने के बाद वहां पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी है। ज्ञानवापी मस्जिद की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय बलों को सौंपा गया है। वाराणसी जिला अदालत का फैसला आने के बाद देर ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने को खोला गया और वहां पर.

उत्तर प्रदेश सरकार ने ज्ञानवापी मस्जिद में पूजा करने की इजाजत दे दिए जाने के बाद वहां पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी है। ज्ञानवापी मस्जिद की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय बलों को सौंपा गया है। वाराणसी जिला अदालत का फैसला आने के बाद देर ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने को खोला गया और वहां पर पूजा अर्चना की गई।

डिस्ट्रिक मैजिस्ट्रेट (DM)और पुलिस कमिश्नर की मौजूदगी में तहखाने के भीतर विश्वनाथ मंदिर 5 पुजारियों ने गणपति जी और लक्ष्मी नारायण जी की आरती उतारी। उसके बाद मंदिर में त्रिशूल से लेकर जितने भी चिन्ह है सभी को दीप जलाकर उनकी पूजा की। इससे पहले ट्रस्ट के कर्मचारियों ने 31 साल बाद खुले तहखाने की पूरी साफ सफाई की।

DM और कमिश्नर लेकर आए पुजारी

कोर्ट के आदेश के बाद डिस्ट्रिक मैजिस्ट्रेट (DM) और पुलिस कमिश्नर विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के दफ्तर में पहुंचे। वहां पर उन्होंने मंदिर की साफ-सफाई और पूजा अर्चना की व्यवस्था के लिए ट्र्स्ट से आग्रह किया। जिस पर ट्रस्ट ने अपने कर्मचारियों को ज्ञानवापी के तहखाने में साफ-सफाई के लिए भेजा और पूजा अर्चना के लिए 5 पुजारियों को पूरी पूजा सामग्री के साथ भेजा।

मस्जिद में पूजा अर्चना से पहले वहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। केंद्रीय बलों की तैनाती ज्ञानवापी के आसपास की गई। तहखाने में पूजा गणेश्वर शास्त्री द्रविड और पंडित ओम प्रकाश की मौजूद विश्वनाथ मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश मिश्रा ने करवाई कराई। पूजा के समय तहखाने में कमिश्नर बनारस, CEO विश्वनाथ मंदिर, ADM प्रोटोकॉल थे।

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