अजब-गजबः काशी की आवारा कुतिया की बदल गई किस्मत, डेढ़ लाख के पासपोर्ट- वीजा पर जाएगी अब नीदरलैंड

वाराणसी आई नीदरलैंड की महिला नागरिक का दिल आया था स्ट्रीट फीमेल डॉग पर वाराणसीः काशी नगरी से एक दिलचस्प खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि यहां जया नाम की एक फीमेल स्ट्रीट डॉग वैध पासपोर्ट और वीजा के साथ नीदरलैंड की यात्रा करेगी। नीदरलैंड की एक महिला ने इस स्ट्रीट डॉग.

वाराणसी आई नीदरलैंड की महिला नागरिक का दिल आया था स्ट्रीट फीमेल डॉग पर

वाराणसीः काशी नगरी से एक दिलचस्प खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि यहां जया नाम की एक फीमेल स्ट्रीट डॉग वैध पासपोर्ट और वीजा के साथ नीदरलैंड की यात्रा करेगी। नीदरलैंड की एक महिला ने इस स्ट्रीट डॉग को अडॉप्ट किया है। नीदरलैंड के एम्स्टर्डम की रहने वाली मेराल बोंटेनबेल ने हाल ही में जया के साथ अपने प्यारे बंधन को लेकर एक न्यूज एजेंसी से बात की। बोंटेनबेल ने बताया कि वह हमेशा एक पालतू जानवर पालने का सपना देखती थी। उन्होंने कहा कि वाराणसी की यात्रा के समय उन्हें जया से प्यार हो गया। उन्होंने बताया कि मैंने वाराणसी की यात्रा की क्योंकि मुझे घूमने का शौक है।

जब मैं एक दिन (अपने सह-यात्रियों के साथ) वाराणसी में घूम रही थी तो जया हमारे पास आई। वह बहुत प्यारी है। उसने मेरा दिल जीत लिया। मैंने उसे गले लगाया। उसके बाद वह हमारे साथ जुड़ गई। इसके बाद उसने हमारा पीछा करना शुरू कर दिया। फिर एक दिन सड़क पर एक अन्य कुत्ते ने उस पर हमला कर दिया। इसके बाद एक सुरक्षा गार्ड ने जया को उसके चंगुल से बचाता है। बोंटेनबेल ने बताया कि इसके बाद मैंने उसे गोद में उठाया।

पासपोर्ट-वीजा के लिए छह महीने रुकी बोंटेनबेल
जया को बेहतर जीवन देने के लिए बोंटेनबेल ने ठान लिया। अपनी जया के लिए पासपोर्ट और वीजा लेने के लिए उन्होंने आवेदन किया। बताया गया है कि इसके लिए उन्होंने छह महीने तक के लिए अपना भारत प्रवास आगे बढ़वाया। उन्होंने कहा कि मैं उसे अपने साथ ले जाने में सक्षम होने से बहुत खुश हूं। यह एक लंबी प्रक्रिया थी। मुझे उसे इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए छह महीने इंतजार करना पड़ा।

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