मथुरा: औद्योगिक घराने टाटा समूह और धाíमक संस्था इस्कॉन ने ब्रज के प्राचीन कुण्डों के जल को आचमन योग्य बनाने का जिम्मा लिया है। इसके लिए दोनों ने कुल 15 कुण्डों को चिन्हित किया है। बाकी कुण्डों के उद्धार के लिए मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण (एमवीडीए) स्वयं कार्य करेगा। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष शय़ाम बहादुर ंिसंह ने बताया कि ब्रज में अनेक ऐसे प्राचीन कुण्ड मौजूद हैं, जो धाíमक एवं ऐतिहासिक महत्व के हैं। परिषद द्वारा इनके सौंदर्यीकरण के साथ-साथ जल की गुणवत्ता सुधारने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मथुरा जिले में कुल 2052 जल इकाइयां मौजूद हैं। इनमें से 288 इकाइयों का शुमार कुण्डों के तौर पर होता है। हालांकि इनमें से अधिकांश देखरेख के अभाव में जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं।