प्रयागराज/लखनऊः उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान प्रयागराज पुलिस के साथ मुठभेड़ में सोमवार तड़के मारा गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी हैं। उन्होंने बताया कि बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के अहम गवाह उमेश पाल पर पहली गोली उस्मान ने ही चलाई थी। कौंधियारा थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह मुठभेड़ कौंधियारा थाना क्षेत्र के गोठी और बेलवा के बीच करीब पांच बजे हुई। विजय चौधरी उर्फ उस्मान की गर्दन, सीने और जांघ में गोलियां लगी हैं।
उन्होंने बताया कि आरोपी को कौंधियारा में लोग ‘नान बाबा’ के नाम से भी जानते हैं और उसे उस्मान नाम अतीक गिरोह के लोगों ने दिया है। उन्होंने बताया कि उस्मान का भाई राकेश चौधरी हिस्ट्रीशीटर है और वह नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। राकेश के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न आरोपों के तहत दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। अधिकारी ने बताया कि इस मुठभेड़ में नरेंद्र पाल नाम का एक सिपाही घायल हो गया। उन्होंने बताया कि सिपाही के हाथ में गोली लगी है और वह कौंधियारा थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती है।
इससे पूर्व, धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि तड़के करीब पांच-साढ़े पांच बजे कौंधियारा थाना क्षेत्र में उस्मान पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। उन्होंने बताया कि उमेश पाल और अन्य दो पुलिसर्किमयों को गोली मारने की घटना में उस्मान शामिल था और उमेश पर पहली गोली उस्मान ने ही चलाई थी। प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने घटना के बारे में कहा, ‘‘पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड मामले के प्रमुख गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षार्किमयों की प्रयागराज में पिछली 24 फरवरी को की गई हत्या के मामले में शामिल एक शूटर आज (सोमवार को) प्रयागराज में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।’’
उन्होंने बताया कि उस्मान पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह उमेश पाल एवं उसके सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चलाने के मुख्य आरोपियों में शामिल था। कुमार ने कहा, ‘‘गोली चलाते हुए उसका वीडियो मीडिया में भी दिखाया गया था। इस कार्रवाई के जरिये हमने स्पष्ट कर दिया है कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रयागराज की इस घटना की जांच में पुलिस के कई दल काम कर रहे हैं।’’
इस बीच, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने मुठभेड़ के बारे में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी सरकार इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम एक-एक आरोपी को पकड़ेंगे और उसे कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा देंगे।’’ उन्होंने कहा, कि ‘ये कितने दुर्दांत और बेखौफ अपराधी हैं कि पुलिस पर भी हमला करने से बाज नहीं आ रहे। आज सुबह ही पता चला है कि हमारी पुलिस ने बदमाश को मुठभेड़ में मार गिराया है। हम एक-एक अपराधी को पकड़ेंगे और कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे।’’ इससे पूर्व, उमेश पाल हत्याकांड का एक अन्य आरोपी अरबाज 27 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में नेहरू पार्क के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस मुठभेड़ में धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्य घायल हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि 24 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षार्किमयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसकी मदद से ज्यादातर शूटर की पहचान हो गई है। उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने घटना के अगले दिन धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम एवं गुलाम और 9 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।