प्रयागराजः प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने गैंगस्टर अतीक अहमद के एक और करीबी व्यक्ति पर बृहस्पतिवार को कार्रवाई करते हुए बुलडोजर से उसका मकान जमींदोज कर दिया। गन हाउस चलाने वाले सफदर अली के धूमनगंज थाना अंतर्गत राजरूपपुर के 60 फुट रोड स्थित दो मंजिला मकान को गिराने के लिए बृहस्पतिवार को सुबह करीब 12 बजे चार बुलडोजर और एक पोकलैंड मशीन सफदर के मकान पर पहुंची और भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच दोपहर डेढ़ बजे के आसपास मकान गिराने की कार्रवाई शुरू हुई।
सफदर अली का मकान गिराने के लिए 3 बुलडोजर लगाए गए, लेकिन मकान गिराने में बुलडोजर के विफल रहने पर पोकलैंड मशीन लगाई गई जिसने चार बजे तक मकान को जमींदोज कर दिया। दो दिनों में ध्वस्तीकरण की यह दूसरी कार्रवाई है। बुधवार को अतीक के करीबी जफर अहमद का मकान गिराया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को जफर अहमद के मकान से एक बंदूक बरामद हुई थी जिसे कथित तौर पर अली की दुकान से खरीदा गया था।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि सफदर अली का मकान अवैध ढंग से बनाया गया था। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पूर्व सफदर अली के मकान से सभी घरेलू सामानों को निकाल कर पड़ोस में खाली पड़े स्थान पर रख दिया गया। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पूर्व सफदर अली ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह मकान मेरा नहीं है, बल्कि मेरे बेटे के नाम पर है जिसने अपनी मेहनत की कमाई से इसे बनवाया है। हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया।’’
माफिया अतीक अहमद से किसी तरह के संबंध की संभावना नकारते हुए सफदर अली ने कहा, कि ‘मैं अतीक अहमद को नहीं जानता। जिन लोगों से मेरी निजी दुश्मनी है, उन्होंने पुलिस को अतीक का नाम लेकर मुझे निशाना बनाया है।’’ उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने धूमनगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमें पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा था कि उनकी सरकार माफियाओं को मिट्टी में मिला देगी। सोमवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में उमेश पाल हत्याकांड का एक अभियुक्त अरबाज मारा गया।