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चीन में होने वाले दो सम्मेलन ध्यानाकर्षक हैं

इस सप्ताहांत में चीन की राजधानी पेइचिंग में दो महत्वपूर्ण सम्मेलन उद्घाटित होगा ,जो भावी चीन के विकास पर गहरा प्रभाव डालेगा ।चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन(सीपीपीसीसी) की 14वीं राष्ट्रीय समिति का पहला अधिवेशन 4 मार्च को शुरू होगा ,जबकि 14वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा का पहला अधिवेशन 5 मार्च को उद्घाटित होगा ।ध्यान.

इस सप्ताहांत में चीन की राजधानी पेइचिंग में दो महत्वपूर्ण सम्मेलन उद्घाटित होगा ,जो भावी चीन के विकास पर गहरा प्रभाव डालेगा ।चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन(सीपीपीसीसी) की 14वीं राष्ट्रीय समिति का पहला अधिवेशन 4 मार्च को शुरू होगा ,जबकि 14वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा का पहला अधिवेशन 5 मार्च को उद्घाटित होगा ।ध्यान रहे चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि(एनपीसी) चीन की सर्वोच्च सत्ताधारी संस्था है ,जो भारत की लोकसभा की भूमिका के लगभग बराबर है ।

इस साल के दो सम्मेलनों में चीन की स्टेट संस्थाओं और सीपीपीसीसी के नये नेतागण निर्वाचित होंगे ।एनपीसी स्थाई समिति के अध्यक्ष ,उपाध्यक्ष ,महासचिव ,सदस्य तथा विशेष समितियों के सदस्य ,  चीनी राष्ट्रपति ,उप राष्ट्रपति ,केंद्रीय फौजी आयोग के अध्यक्ष ,सर्वोच्च जन न्यायालय के अध्यक्ष और सर्वोच्च जन प्रोक्योरेटोरेट के अध्यक्ष एनपीसी के पूर्णाधिवेशन पर मतदान से निर्वाचित होंगे ।निर्वाचित राष्ट्रपति नये प्रधान मंत्री के उम्मीदवार का नामांकन करेंगे और एनपीसी उस की मंजूरी देगी ।नये प्रधान मंत्री उप प्रधान मंत्रियों तथा विभिन्न मंत्रियों के नामांकन करेंगे और एनपीसी उन की नियुक्ति की मंजूरी देगी ।एनपीसी की वार्षिक सत्र की समाप्ति के बाद ही नये प्रधान मंत्री देसी विदेशी संवाददाताओं से मिलेंगे और नयी केंद्रीय सरकार की मुख्य नीतियों का परिचय देंगे और ज्वलंत सवालों के जवाब देंगे ।उधर सीपीपीसी की 14वीं राष्ट्रीय समिति के पहले अधिवेशन में सीपीपीसी के नये नेताओं का चुनाव भी किया जाएगा ।

रविवार को 14वीं एनपीसी के वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में सरकारी कार्य रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी ।इस में वर्ष 2023 में चीन के आर्थिक विकास के लक्ष्य समेत सिलसिलेवार कुंजीभूत सूचकांक और उन के लिए उठाये जाने वाले कदमों को सार्वजनिक किया जाएगा ।पिछले साल कई अप्रत्याशित तत्वों से चीनी अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा ।चीनी राजकीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 में चीन की जीडीपी वृद्धि दर 3 प्रतिशत रही , जो निर्धारित लक्ष्य से कम है ।पिछले साल दिसंबर में चीन ने कोरोना महामारी की रोकथाम के नियमों में सुधार किया और कोरोना महामारी का नियंत्रण कार्य सामान्य चरण में दाखिल हुआ ।इसलिए चालू वर्ष चीन की आर्थिक बहाली और वृद्धि को लेकर बड़ी आशा है ।14वीं एनपीसी के पहले सत्र में क्या-क्या नयी आर्थिक नीतियां प्रस्तुत की जाएंगी ,ये देखने योग्य हैं ।

इस के अलावा सीपीसी केंद्रीय कमेटी 14वीं सीपीसी के पहले सत्र में पार्टी और देश की संस्थाओं के सुधार की योजना प्रस्तुत करेगी ।इस दौर के संस्थागत समायोजन से चीन के भावी विकास पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा ।(साभार—वेइतुंग ,चाइना मीडिया ग्रुप  ,पेइचिंग)

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