गांव तिहमों में छत से दूध जैसा सफेद रंग का तरल पदार्थ टपका, लोग हरे हैरान 

गांव तिहमों में छत से दूध जैसा सफेद रंग का तरल पदार्थ टपकने की अजीब घटना सामने आई है। ग्रामीणों ने दूधिया रंग के तरल पदार्थ को चखने पर मीठा व दूध जैसा स्वाद बताया है। घटना को लेकर आसपास के ग्रामीणों के साथ साथ मीडिया के लोग भी जुटने शुरू हो गए हैं। मंगलवार.

गांव तिहमों में छत से दूध जैसा सफेद रंग का तरल पदार्थ टपकने की अजीब घटना सामने आई है। ग्रामीणों ने दूधिया रंग के तरल पदार्थ को चखने पर मीठा व दूध जैसा स्वाद बताया है। घटना को लेकर आसपास के ग्रामीणों के साथ साथ मीडिया के लोग भी जुटने शुरू हो गए हैं। मंगलवार सुबह तिहमों निवासी रूलदा राम के मकान की छत से सुबह के समय अचानक दूध जैसे तरल पदार्थ की बूंदे टपकने लगी। घर के पास ही खड़े शीशपाल ने बताया कि सुबह वह गली में खड़ा था। साथ ही गाय की बछिया बंधी हुई थी। वह बार-बार सिर हिला रही थी। जैसे ही उसने बछिया के सिर पर हाथ फेरा तो उसे सिर पर पानी गिरने की बूंदों का एहसास हुआ। उसने तुरंत छत की ओर देखा तो दूध जैसा सफेद रंग का तरल पदार्थ टपकता दिखा।
उसने हाथ पर लेकर उसे चखा तो वह दूध जैसा मीठा लगा। उसने मकान मालिक को आवाज लगाई। रुल्दा राम के परिजनों ने छत से टपकते पदार्थ को बर्तन में इकट्ठा करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे आस-पड़ोस के लोग भी जमा होना शुरू हो गए। सफेद रंग के तरल पदार्थ को जसविंदर ने चखा तो उसका स्वाद दूध जैसा मीठा लगा। रहस्यमई तरीके से छत से दूध  टपकने की घटना जैसे ही गांव में फैली आसपास के लोग जुटना शुरू हो गए। सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किए जाने से मीडिया कर्मी भी गांव टीमों पहुंचने शुरू हो गए। ग्राम पंचायत टीमों के मेंबर पंचायत अवतार सिंह ने बताया कि वह भी घटना के बारे में सुनकर हैरान रह गए। तुरंत मौके पर पहुंचे।
छत के लैंटर से सफेद दूधिया रंग का पदार्थ गिरता देख उसका स्वाद चखा तो वह दूध जैसा मीठा लगा। पंच अवतार सिंह ने बताया कि छत पर जाकर भी जांच की गई लेकिन लेंटर की पक्की छत बिल्कुल सूखी हुई थी। आसपास कहीं कोई किसी प्रकार के पदार्थ के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए। अवतार सिंह ने बताया कि छत से टप रहे दूधिया तरल पदार्थ की जांच किए जाने की जरूरत है। अगर यह दूध है तो इसके फैट की भी जांच की जानी चाहिए। मौके पर जमा भीड़ से कुछ तर्कशील व जागरूक लोगों का कहना है कि कुछ साल पहले गणपति के दूध पीने की घटना की तरह सनसनी या चमत्कार से पूर्व उक्त पदार्थ की जांच की जानी चाहिए।
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