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कटिहार के बारसोई में स्थिति सामान्य, बड़े भाई को बचाने में गई थी छोटे भाई की जान

कटिहार: बिहार के कटिहार के बारसोई में बदहाल बिजली व्यवस्था के खिलाफ बुधवार को लोगों के उग्र प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में अब तक दो लोगों की मौत हो गई है। एक व्यक्ति की मौत घटनास्थल पर हो गई जबकि दूसरे युवक ने बुधवार की रात अस्पताल में.

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कटिहार: बिहार के कटिहार के बारसोई में बदहाल बिजली व्यवस्था के खिलाफ बुधवार को लोगों के उग्र प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में अब तक दो लोगों की मौत हो गई है। एक व्यक्ति की मौत घटनास्थल पर हो गई जबकि दूसरे युवक ने बुधवार की रात अस्पताल में दम तोड दिया।इस घटना में घायल एक अन्य युवक अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। मृतकों की पहचान कचना ओपी निवासी खुर्शीद आलम और मौलानापुर निवासी सोनू कुमार के रूप में की गई है।

घटना के बाद स्थिति अब इलाके में सामान्य है, लेकिन पुलिस पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। पुलिस भले ही इस फायरिंग का कारण आत्मरक्षार्थ बता रही है, लेकिन मृतक सोनू के भाई मोनू कुमार अब सवाल पूछ रहे हैं कि क्या मेरा भाई आतंकवादी था, अपराधी था या प्रदर्शनकारी था? आखिर पुलिस ने सामने से उसके सिर पर गोली क्यों मारी?

दरअसल, मोनू उसी बिजली विभाग कार्यालय में सुविधा एजेंट के रूप में पदस्थापित है जहां लोग बुधवार को बवाल कर रहे थे। इसी बवाल की सूचना के बाद सोनू अपने भाई को लाने बिजली ऑफिस गया था, जहां पुलिस की गोली से उसकी मौत हो गई।इधर, मृतक सोनू के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उसकी मां कहती हैं कि क्या कोई मेरे सोनू को लौटा देगा। नहीं तो फिर उसे न्याय चाहिए। वह अपने बेटे की गलती लोगों से पूछ रही है। वे कह रही हैं कि कोई मेरे बेटे की गलती बता दे।इस घटना के बाद, कटिहार के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार जांच की बात कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि कटिहार के बारसोई में अनयिमति बजिली के वरिोध में लोगों ने प्रखंड कार्यालय के पास बुधवार को प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान बजिली वभिाग कार्यालय में तोड़फोड़ भी की गई। इस बीच, पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमे तीन लोगों को गोली लग गई। इनमे दो लोगों की मौत हो गई।

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