कुरुक्षेत्र: भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप की जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र में बैठक हुई। बैठक में आगामी 23 नवंबर को होने वाली जन आक्रोश रैली को लेकर रणनीति बनाई गई। भारतीय किसान यूनियन ग्रुप चढूनी ग्रुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज मौजूदा सरकार को लेकर जनता में आक्रोश है जिसको लेकर 23 नवंबर 2023 को जन आक्रोश रैली पिपली अनाज मंडी में रखी गई है। जिसको लेकर आज आगामी रणनीति बनाई गई है। गुरनाम सिंह चढूनी ने SYL मुद्दे को राजनीतिक मुद्दा बताते हुए कहा कि जिस प्रकार से आज पंजाब और हरियाणा के किसानों का भाईचारा बना है उसको तोड़ने के लिए इस मुद्दे को बनाया गया है। सभी पार्टियों मिलकर किसानों का भाईचारा तोड़ना चाहती है।
इससे पहले भाजपा की पंजाब के साथ गठबंधन में सरकार रही और उससे पहले कांग्रेस की भी सरकार रही लेकिन तब किसी ने SYL मुद्दे को लेकर कोई हल नहीं निकला। अब सरकार किसानों की एकजुटता से डर रही है जिसको तोड़ने को लेकर SYL के मुद्दे को उछाला जा रहा है। गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जो खेतों में बिजली के खंभे लगाए जा रहे हैं उसको लेकर भी भारतीय किसान यूनियन विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले किसानों के साथ पूरी बातचीत होगी उसके बाद ही बिजली का खंबा लगाने दिया जाएगा। आगामी 5 राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि वह चुनाव में किसी के पक्ष व खिलाफ प्रचार करने नहीं जाएंगे।