विज्ञापन

कुत्ते के काटने पर बच्चे के शरीर में फैला रेबीज…मां-बाप के सामने तड़प-तड़प कर लड़के की मौत

यूपी डेस्कः प्रदेश के मेरठ जिले में आवारा कुत्ते के काटने से एक बच्चे की दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है। जिले एक कॉलोनी में एक बच्चे को आवारा कुत्ते ने काट लिया था। फिरत कुछ दिन बाद बच्चे की हालत बहुत बिगड़ने लगी थी। बताया जा रहा है कि परिजनों ने बच्चे को.

- विज्ञापन -

यूपी डेस्कः प्रदेश के मेरठ जिले में आवारा कुत्ते के काटने से एक बच्चे की दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है। जिले एक कॉलोनी में एक बच्चे को आवारा कुत्ते ने काट लिया था। फिरत कुछ दिन बाद बच्चे की हालत बहुत बिगड़ने लगी थी। बताया जा रहा है कि परिजनों ने बच्चे को एंटी रैबीज इंजेक्शन भी नहीं लगवाया था। रक्षाबंधन के वक्त कॉलोनी निवासी धन्नू के बेटे दुष्यंत पर घर के बाहर खेलते समय कुत्ते ने हमला कर दिया था। लोगों के कहने पर परिजनों ने उसे बस टिटनेस का इंजेक्शन लगवा दिया था।

लेकिन एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं लगवाए थे। और तो और इसके कुछ दिन बाद ही कुत्ते की मौत हो गई थी। फिर बाद में बाद में धन्नू के बेटे दुष्यंत की भी हालत काफी बिगड़ने लग गयी थी। और उसे लगातार बुखार भी रहने लगा। जिसके बाद इलाज के दौरान तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। मासूम की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

डॉक्टर ने रेबीज की जगह टिटनेस का इन्जेक्शन लगा दिया था
जहां मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं आरोप है कि करीब दो महीने पहले बच्चे को कुत्ते ने काटा था। जिसके बाद परिजन उसे डॉक्टर के पास लेकर गए थे, जहां डॉक्टर ने रेबीज की जगह उसे टिटनेस का इन्जेक्शन लगा दिया था।

11 साल के मासूम का 70 दिन तक चला इलाज
आवारा कुत्ते के काटने के बाद 11 साल का मासूम 70 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ता रहा। लेकिन रेबीज इन्फेक्शन की वजह से तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।

पूरी शरीर में रेबीज फैलने से हुई मौत
जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने दिल्ली रेफर कर दिया था। इसके बाद एम्स के डॉक्टरों को दिखाने पर उन्होंने ने बताया था कि बच्चे की पूरी शरीर में रेबीज फैल चुका था, जिस कारण उसकी मौत हुई है।

ये भी पढ़ें : नगर निगम ने प्रस्ताव किया पारितः अब ‘हरिगढ़’ के नाम से जाना जाएगा अलीगढ़

Latest News