हाल ही में 12 से 13 दिसंबर तक, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वियतनाम की राजकीय यात्रा की। इस यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक परिणाम यह है कि दोनों देशों ने रणनीतिक महत्व के साझा भविष्य वाले चीन-वियतनाम समुदाय की स्थापना की घोषणा की, जिससे चीन और वियतनाम के बीच दोनों पार्टियों और देशों के बीच संबंधों के विकास में एक नया चरण खुल गया।
वर्ष 2015 के बाद से शी चिनफिंग की यह तीसरी वियतनाम यात्रा है। यात्रा के दौरान, उन्होंने वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव न्गुयेन फुट्रोंग आदि नेताओं के साथ बातचीत की, और दोनों देशों के युवाओं और मैत्रीपूर्ण लोगों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व वाले समाजवादी देशों के रूप में, चीन और वियतनाम में समान राजनीतिक प्रणालियाँ, समान आदर्श और विश्वास तथा समान विकास पथ हैं। वर्ष 1999 की शुरुआत में, दोनों पार्टियों के नेताओं ने नई सदी में “दीर्घकालिक स्थिरता, भविष्य-उन्मुख, अच्छे-पड़ोसी मित्रता और व्यापक सहयोग” वाले चीन-वियतनाम संबंधों की रूपरेखा निर्धारित की। वहीं, वर्ष 2008 में, चीन और वियतनाम ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी स्थापित की।
इस बार, दोनों देशों ने रणनीतिक महत्व के साझा भविष्य वाले चीन-वियतनाम समुदाय की स्थापना की घोषणा की, जिसका अर्थ है कि दोनों पक्षों के पास “अधिक राजनीतिक पारस्परिक विश्वास, अधिक व्यावहारिक सुरक्षा सहयोग, अधिक गहन व्यावहारिक सहयोग, अधिक मजबूत जनमत आधार, अधिक घनिष्ठ बहुपक्षीय समन्वय और अधिक बेहतर मतभेदों का प्रबंधन व नियंत्रण” है। ये “छह अधिक” साझा भविष्य वाले चीन-वियतनाम समुदाय के निर्माण की दिशा की ओर इशारा करते हैं।
बता दें कि आर्थिक और व्यापारिक सहयोग चीन-वियतनाम संबंधों का मुख्य आकर्षण है। आंकड़ों से पता चलता है कि चीन लगातार 16 वर्षों से वियतनाम का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है, और वियतनाम आसियान में चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और दुनिया में चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। वर्ष 2023 के पहले 11 महीनों में, चीन और वियतनाम के बीच कुल आयात और निर्यात मूल्य 14.5 खरब युआन तक पहुंच गया, जिसमें विगत साल की समान अवधि की तुलना में 3.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मौजूदा यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति शी ने दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण लोगों, विशेषकर युवा पीढ़ी को अपना संदेश देते हुए कहा कि “वे चीन-वियतनाम मित्रता का उत्तराधिकारी बनें, एशिया-प्रशांत के पुनरुद्धार में भागीदार बनें, और मानव प्रगति का अग्रदूत बनें।” दोनों देशों के नेता लोगों के बीच आपसी समझ और संपर्क के संवर्धन पर कई आम सहमति पर भी पहुंचे। ये चीन-वियतनाम संबंधों के नए विकास के लिए ठोस जनमत की नींव रखेंगे।
चीन और वियतनाम के बीच रणनीतिक महत्व वाले साझा भविष्य समुदाय का निर्माण दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास के लिए एक नया प्रारंभिक बिंदु बन जाएगा। विश्वास है कि इससे न केवल दोनों देशों के लोगों को एक साथ अच्छा जीवन जीने का मौका मिलेगा, बल्कि एशिया-प्रशांत और दुनिया में और अधिक सकारात्मक ऊर्जा भी आएगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)