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Kisan Andolan 2.0 : फल-सब्जी की आवक घटने से बढ़ने लगी महंगाई

रास्ते बंद होने से नहीं पहुंच पा रहीं सब्जियों की गाड़ियां

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जालंधर : एमएसपी गारंटी कानून समेत कई मांगों को लेकर किसान आंदोलित हैं और दिल्ली के लिए आगे बढ़ रहे हैं। किसानों को रोकने के लिए पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की सीमाओं को बंद किया गया है। हाईवे पर कंक्रीट के बैरीकेडिंग लगाई गई है और कई इलाकों में धारा 144 भी लागू की गई है। ऐसे में मंडियों में सब्जियों और फलों की आवक पर प्रतिकूल असर देखा जा रहा है। राज्य भर की सब्जी मंडियों में 50 प्रतिशत से अधिक कारोबार बाहरी राज्यों की सब्जियों की सप्लाई से होता है।

किसान आंदोलन के चलते सब्जियों के दाम लगातार बढ़ने शुरू हो चुके हैं। रास्ते बंद होने के कारण सब्जियों की गाड़ियां नहीं पहुंच पा रही हैं। अगर कुछ गाड़ियां लंबी दूरी तय करके पहुंच भी रही है, तो उनका किराया बहुत ज्यादा है। इस कारण हर रोज सब्जियों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। महानगर की प्रमुख नई सब्जी मंडी मकसूदां में दिल्ली, सूरत, जयपुर, इंदौर और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों से भी सब्जी आती है।

पंजाब में सभी सब्जियों के भाव बढ़े

-सब्जी मंडी में लगभग सभी सब्जियों के दामों में बढ़ौतरी देखी गई है। 80 रुपए किलो बिकने वाली भिंडी 120 रुपए किलो तक पहुंच गई है।

-60 रुपए किलो बिकने वाली शिमला मिर्च 100 रुपए किलो, 40 रुपए किलो बिकने वाला खीरा 60 रुपए, 30 रुपए किलो बिकने वाली मटर 50 रुपए किलो, 20 रुपए किलो बिकने वाली गोभी 40 रुपए, 7 रुपए किलो बिकने वाली गाजर 15 रुपए हो गई है। फेरी वाले तो और भी महंगी सब्जी बेच रहे हैं।

-30 रुपए किलो बिकने वाली हरी मिर्च 60 रुपए किलो, 80 रुपए किलो बिकने वाली अदरक 130 रुपए किलो, 300 रुपए किलो बिकने वाला लहसुन 400 रुपए किलो बिक रहा है।

-प्याज 25 से 35, आलू 5 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 10 रुपए प्रति किलो, कद्दू 10 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 30 रुपए प्रति किलो हो गया है।

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