रोहतक (हरियाणा) : हरियाणा के रोहतक में एक महिला कैदी के साथ दुष्कर्म का शर्मनाक मामला सामने आया है। महिला ने वापस जेल पहुंच कर पुलिस अधिकारी को दी हुई शिकायत में बताया कि जब वह पीजीआई रोहतक इलाज के लिए गई थी, तो पुलिस कर्मियों ने वैन पीजीआई परिसर के पास खड़ी कर दी। इसी दौरान वैन में मौजूद 2 अन्य कैदियों ने उसे नशीला पदार्थ खिला कर उसके साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया।
दरअसल महिला को 2017 में पुलिस ने 4 किलो 490 ग्राम चरस के साथ पकड़ा था। चरस तस्करी के चलते पुलिस ने महिला को गिरफ्तार किया था। इसी मामले को लेकर महिला को 15 वर्ष की जेल हुई थी। महिला का पीजीआई रोहतक में मनोरोग विशेषज्ञ के पास इलाज चल रहा है। जिसके चलते महिला को जेल वैन में पीजीआई रोहतक लेकर गए थे।
पुलिसकर्मी वैन को परिसर में खड़ी करके अस्पताल में अंदर कैदी के कागज आदि बनवाने के लिए चले गए। इसी बीच कैदी मनीष और धनौरी गांव निवासी कैदी सतीश भी वैन में मौजूद थे। जिन्होंने महिला को नशीला पदार्थ मिला कर कोलड्रिंक पीने के लिए दी। जिसे पीते ही महिला अचेत हो गई। जिसके बाद दोनो ने महिला के साथ दुष्कर्म किया।
जेल वापस पहुंच कर महिला ने प्रशासन को इस घटना से अवगत कराया। साथ ही पुलिस को शिकायत दी। पुलिस अधिकारी ने महिला की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज करके लिखित शिकायत सिविल लाइन थाने भेज दी। साथ ही क्राइम एरिया रोहतक होने के कारण जीरो एफआईआर दर्ज कर शिकायत रोहतक पुलिस को जांच के लिए भेज दी।
इससे पहले महिला ने विशेषज्ञ के द्वारा दी गई मनोरोग की दवाइयों को एकसाथ खा कर जान देने की कोशिश की थी। जिसके कारण महिला के खिलाफ सिविल लाइन थाने में आत्महत्या का मामला भी दर्ज है।